सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
प्रदेश की मंडियों में 20 अप्रैल से खरीद का कार्य शुरू हो चुका है। जिसके बाद मंडियों में गेहूं में आवक की तेजी आई, तो उठान बहुत धीमा होने के कारण मंडियों के बाहर गलियों तक गेहूं के कट्टे पहुंच गये हैं। जिससे आने-जाने के लिए रास्ता ही बंद हो गया है। नरवाना में मेला मंडी, कपास मंडी व पुरानी अनाज मंडी सहित 43 परचेज सेंटर बनाये हुए हंै। इन खरीद केंद्रो में गेहूं के उठान के लिए 60 से ज्यादा ट्रक लगाये हैं, लेकिन आलम यह है कि अभी तक उठान में जो तेजी आनी चाहिए, वो नहीं आई है। आढ़तियों ने बताया कि मंडियों में गेहूं के उठान के लिए उनके द्वारा धर्मकांटा पर जाकर ट्रक लाने पड़ रहे हैं। जबकि नियम यह बनता है कि मंडियों में ठेकेदार द्वारा ही दुकान के हिसाब से ट्रक भेजना पड़ता है। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को सुबह जाकर धर्मकांंटा पर खड़ा होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मंडियों में गेहूं के उठान के लिए एजेंसियां तेजी लाएं, ताकि आढ़ती व किसान को परेशान न होना पड़े। वहीं बृहस्पतिवार तक 43 परचेज सेंटरों मेें 10 लाख 45 हजार 473 क्ंिवटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। जबकि एजेंसियों द्वारा केवल 3 लाख 13 हजार 987 क्ंिवटल का उठान किया है।
जे और आई फार्म अपलोड न होने से पेमेंट में देरी
मार्केट कमेटी सचिव जोगेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को पेमेंट करने में कोई देरी नहीं की गई है। आढ़तियों को बिल बनाकर ऑनलाइन जे और आई फार्म अपलोड करने होते हैं। लेकिन आढ़तियों द्वारा अपलोड करने का कोई ज्ञान होने के कारण वे ऑनलाइन नहीं हो रहे हैं। अधिकारियों ने मंडी एसोसिएशन के प्रधान जयदेव बंसल व अन्य आढ़तियों को पेमेंट न होने के बारे में बताते हुए आई फार्म को अपलोड करने को कहा, ताकि जल्द से जल्द पेमेंट हो सके।
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