सत्यखबर,पानीपत
पानीपत जिला के गांव दिवाना स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव संवत् 2078 के अवसर पर मंगलवार को स्टाफ सदस्यों ने वैदिक रीति से यज्ञ किया। यज्ञ के ब्रह्मा कपिल देव रहे जबकि विद्यालय के प्राचार्य देवेंद्र सिंह राठी ने मुख्य यजमान की भूमिका निभाई। स्टाफ सदस्यों ने यज्ञ के महत्व को जाना और समस्त प्राणिमात्र के कल्याण लिए परमात्मा से प्रार्थना की। यज्ञ के माध्यम से नगर, गांव, भारत देश व प्रकृति के कण कण में शांति तथा पूरे विश्व में फैले कोरोना के संक्रमण से शीघ्रता से मुक्ति दिलाने की कामना की गई। प्राचार्य देवेन्द्र सिंह राठी ने बताया कि वैदिक संस्कृति संवत् अनुसार ही है। क्योंकि सारी प्राकृतिक गतिविधियां भी संवत् अनुसार ही होती हैं। इसी दिन सम्राट विक्रमादित्य ने अपना साम्राज्य स्थापित किया था। इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ था और इसी दिन 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की थी।
यह भी पढ़े… नाइट कर्फ्यू को लेकर फरीदाबाद पुलिस लाउडस्पीकर से कर रही है लोगों को जागरूक
उन्होंने कहा कि वेदों में यज्ञ को सर्वश्रेष्ठ कर्म बताया गया है। यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध होता है और हमारा आत्मिक, बौद्धिक और शारीरिक विकास होता है। व्यापक स्तर पर यज्ञ करने से हमें लाभ ही होगा। उन्होंने कहा कि हम पाश्चात्य सभ्यता के चंगुल में फं सकर अपनी गौरवमयी वैदिक सभ्यता एवं संस्कृति को छोड़ रहे हैं और नयी पीढी अपने कत्र्तव्य से विमुख हो रही है। यह चिंतनीय विषय है। विद्यार्थियों को अनुशासन में रहकर शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए जिससे वे भारत के भविष्य के वास्तविक कर्णधार बन सकेंगे। इस अवसर पर डॉक्टर योगेंद्र, अंजू राणा, रामभज, राजेंद्र सिंह, दीपक, राजेश कुमार, बलराज, अनिल कुमार, राजेश कुमार, आशा रानी, गीता, अनिल कुमार, रवीन्द्र, वीरेंद्र व निर्मला देवी आदि उपस्थित रहे।
Aluminium profile recycling Aluminium recycling stewardship Scrap metal yard operations