पंचतत्व में विलीन हुए शहीद ओमप्रकाश
राजकीय सम्मान के साथ हुआ दाह संस्कार
राजनीतिक और प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि
सत्यखबर टोहाना
गांव समैन निवासी बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात जवान ओमप्रकाश हुआ शहीद, जम्ममू के रामगढ़ बॉर्डर पर थी ड्यूटी, पार्थिव शव गांव में पहुचा तो उमडा जनसैलाब, राजकिय सममान से किया गया अन्तिम संस्कार, अन्तिम यात्रा मे शामिल हुए विधायक द्रवेनद्र ङ्क्षसह बबली, भाजपा प्रदेशअध्यक्ष सुभाष बराला व प्रशासन के अधिकारी, बेटे ने कहा उन्हें अपने पिता पर गर्व है, शहीद ओमप्रकाश को एक जुलाई को छुटटी पर घर आना था उससे पहले ही डयुटी के दौरान ली अन्तिम सांस। ओमप्रकाश वर्ष 1889 में सेना में हुए थे भर्ती।
वीरों की माटी में जन्में हरियाणा के लाल ओमप्रकाश देश की रक्षा करते हुए सीमा पर शहीद हो गए थे….जिनका आज राजकीय सम्मान के साथ उनका दाह संस्कार टोहाना के गांव समैन में किया गया….शहीद ओमप्रकाश की शहादत की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव समैन में माहौल गमगीन हो गया ….
बता दें कि शहीद ओमप्रकाश जो कि सेना में अपनी सेवाए दे रहे थे गत दिवस डयुटी के दौरान उन्होनें अन्तिम सांस ली….शहीद ओमप्रकाश के परिवार को इसकी सुचना सेना के अफसरों के द्वारा दी गई और आज उनका पार्थिव शव गांव पहुचा तो उपमण्डल टोहाना और आस-पास से भारी संख्या में जनसैलाब वहां पर उमडा…. सभी की आंखे नम थी और हर कोई अपने क्षेत्र के इस वीर जवान पर गर्व महसूस हो कर रहा था…
पैतृक गांवसमैन में शहीद ओमप्रकाश को राजकीय सम्मान के साथ पंचत्तव में विलीन किया गया….इस दौरान राजनीतिक लोगों के साथ साथ प्रशानिक अधिकारियों ने भी उनको श्रद्धांजलि दी….और परिवार के लोगों का हौंसला बंधाया
जानकारी के मुताबिक साल 1989 में ओमप्रकाश सेना में भर्ती हो गए थे जो एक गरीब परिवार से थे.. जीवन की विकट परिस्थितियों से उन्होनें कभी भी हार नहीं मानी….
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