सत्य खबर, चरखी दादरी
ग्राम पंचायतों के फंड में करीब दो करोड़ 45 लाख रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है. गबन पंचायत विभाग के नियमों को ताक पर रखकर किया गया है. पुलिस ने इस बारे में ग्राम सचिव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इस बारे में थाना प्रभारी राम अवतार का कहना है कि ग्राम सचिव के खिलाफ दो अलग- अलग शिकायतें मिली है. दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. पुलिस टीम ने इस बारे में पीएनबी बैंक अधिकारी और कर्मचारियों से पूछताछ की है. मामले में पूरी जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस को मिली शिकायत में बाढड़ा के तत्कालीन ग्राम सचिव मुकेश पर पहली शिकायत में एक करोड़ 65 लाख के गबन का आरोप है. जबकि दूसरी शिकायत में मुकेश पर हाल के बीडीपीओ के फर्जी सिग्नेचर कर 80 लाख रुपये निकालने का आरोप है. पुलिस ने ग्राम सचिव मुकेश के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं. प्राथमिक जांच में आरोपित ग्राम सचिव द्वारा 37 चेक पर बीडीपीओ के फर्जी हस्ताक्षर करके पंचायत के खातों से राशि निकाली गई है. वहीं, दूसरी ओर डीसी प्रदीप गोदारा ने ग्राम सचिव को निलंबित कर दिया है.बता दें कि बाढड़ा पंचायत विभाग में ग्राम सचिव द्वारा बैंक कर्मचारियों और विभिन्न फर्म की मिलीभगत से किए गए गबन करने की जानकारी डीसी प्रदीप गोदारा को मिली. जिसके बाद उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को पुलिस में केस दर्ज करवाने के निर्देश दिए. इस आधार पर तत्कालीन ग्राम सचिव युद्धवीर सिंह द्वारा बाढड़ा पुलिस थाना में फर्जी हस्ताक्षर कर ग्राम पंचायतों के खातों से करीब एक करोड़ 65 लाख की राशि निकलवाने की शिकायत दर्ज करवाई.
अगले दिन बीडीपीओ रोशन लाल ने 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत पुलिस में दी. दोनों शिकायतों के अनुसार ग्राम सचिव मुकेश द्वारा फर्जी तरीके से 2 करोड़ 45 लाख रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है. शिकायत में बीडीपीओ ने बताया कि गत 17 सितंबर से 26 अक्तूबर तक चेक पर उनके फर्जी हस्ताक्षर कर ग्राम सचिव मुकेश ने विभिन्न फर्मों के खातों में पंचायत फंड से भुगतान किया है.
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