सत्य खबर,पानीपत
जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने धनसोली गांव की सोनिया को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शराब पीने से बीमार हुए इंद्रसिंह और रमेश से पूछताछ के बाद हुई। दोनों ने ही पुलिस को बताया कि सोनिया अवैध शराब बेचती है। उसी से शराब लेकर मृतकों ने शराब पी थी। ग्रामीणों का कहना है कि सोनिया ने पति राजेश की मौत के बाद अवैध शराब के कारोबार को संभाला।
राजेश अवैध शराब के कारोबार के साथ आए दिन शराब पीता था। डेढ़ साल पहले उसकी मौत हो गई। उसके छोटे-छोटे दो बेटे हैं। सोनिया ठेके से 30 से 40 प्रतिशत सस्ते दाम पर बाेतल देती थी। 24 घंटे में कभी भी कोई शराब खरीद लेता है। जो देसी बोतल ठेके पर 150 रुपए में मिलती है वह सोनिया 80 से 100 रुपए में दे देती थी। उसको नंगला पार और आसपास के गांव के ठेकेदार शराब की सप्लाई देने के लिए आते थे।
7 मौत की जांच होगी
धनसोली के 4 लोगों के पोस्टमार्टम हुए। इनका जिक्र एफआईआर में है। लेकिन 3 अन्य मौत भी जहरीली शराब से जोड़कर देखी जा रही हैं। एसपी ने कहा कि 4 मौत के अलावा राणा माजरा के शिव कुमार और नंगला पार के सुशील और मेहर सिंह की मौत की सूचना मिली है। उनके परिजनों ने पुलिस को बिना सूचना दिए ही शवों के अंतिम संस्कार कर दिए। उन तीनों मौत की भी पुलिस जांच करेगी कि उनकी मृत्यु का क्या कारण रहा है। एसपी ने कहा कि अवैध शराब की पूरी चेन को खत्म करने के लिए एसआईटी काम कर रही है। सोनीपत में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। पानीपत एसआईटी सोनीपत पुलिस के टच में हैं।
ग्रामीण बोले- पुलिस शिकायत करने पर भी नहीं आती थी, अब गाड़ियां घूम रहीं
मृतक सतपाल के बेटे जोगिंदर व भतीजे संदीप के साथ ही ग्रामीण तेजबीर, जोगिंदर, चंद्रभान, जयभगवान, हवा सिंह, हरसिंह, कृष्ण, सुरेश, अनिल आदि ने कहा कि आज तो सुबह से ही पुलिस की गाड़ियां गांव में घूम रही हैं। अगर शिकायत पर भी इसी तरह से पुलिस सक्रिय होती तो गांव में इतने शव एक साथ नहीं जलते। गांव के मुख्य रास्ते पर बने शराब ठेके पर काम करने वाले कारिंदे रवि ने बताया कि सामान्य दिनों में रोजाना शराब की 20 बोतल तक बिकती हैं। लेकिन बुधवार को सिर्फ 9 बोतलें ही बिकीं। गांव में ही लोगों को सस्ते में शराब मिलती है।
Scrap aluminum recycling methods Aluminum scrap repurposing Scrap metal repur