सत्यखबर पलवल, (मुकेश बघेल) – पलवल जिला में रविवार को कोविड-19 संक्रमण के दो नए केस सामने आए। जिसके चलते पलवल जिला में अब तक कोरोना के पॉजीटिव केस की संख्या 34 से बढक़र 36 हो गई है। हालांकि इससे पहले 32 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हो चुके है। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप सिंह ने रविवार को जारी मीडिया बुलेटिन के उपरांत जानकारी देते हुए बताया कि नए मामले सामने आने से जिला में एक्टिव केस की संख्या अब चार हो गई है।
सत्तर से अधिक सैंपल्स में मिला पहला पोजीटिव केस
सिविल सर्जन ने बताया कि पलवल जिला में अब तक 1726 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके है जिनमें से 1527 की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है। जबकि 163 लोगों के सेंपल की रिपोर्ट अभी पेंडिंग है। वहीं जिला में अब 2172 लोगों को सॢवलांस पर रखा गया है जिनमें से 668 लोगों ने 28 दिन का सॢवलांस पीरियड पूरा भी कर लिया है। उन्होंने बताया कि रविवार को पोजीटिव आए नए मामलों में एक नूंह जिला का निवासी है जोकि पुलिस विभाग पलवल जिला में कार्यरत था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हॉटस्पाट व कंटेनमेंट जोन से आवागमन व ड्यूटी करने वाले लोगों के नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच व सैंपल लिए जा रहे है। अब तक लिए गए करीब 70 सैंपल्स में यह पहला पोजीटिव केस सामने आया है।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से ट्रेस हुआ मामला
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि दूसरा मामला कंटेनमेंट जोन में शामिल घुड़ावली से सामने आया है। कंटेनमेंट प्लान के अनुसार स्वास्थ्य विभाग को टीम को डोर टू डोर स्क्रीनिंग के दौरान संबंधित व्यक्ति में कोरोना संक्रमण का अंदेशा हुआ जिसके उपरांत तुरंत सैंपल लिया। स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से ही यह केस ट्रेस हो पाया। रविवार को मिले दोनों पोजीटिव केस को कोविड अस्पताल नल्हड़ भेज दिया गया है। वहीं फरीदाबाद जिला से मर्रोली निवासी एक युवक के कोरोना पोजीटिव मिलने की सूचना के उपरांत स्वास्थ्य विभाग ने तत्परता दिखाते हुए संबंधित युवक के परिवार को आइसोलेशन में ले लिया।
फरीदाबाद से सूचना मिलते ही मर्रोली पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम
सिविल सर्जन ने बताया कि मर्रोली निवासी युवक फरीदाबाद जिला के एक स्वास्थ्य संस्थान में कार्यरत था और बीते दिनों संबंधित संस्थान में की गई जांच की रिपोर्ट मिलने पर उसे फरीदाबाद जिला में भी क्वारंटाइन सेंटर में रख लिया गया था। वह कर्मी अपने गांव मर्रोली आता रहा है, जिसके चलते उसके परिवार को आइसोलेशन पर लिया गया और गांव में कंटेनमेंट प्लान के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने कार्य भी आरंभ कर दिया। गांव में डोर टू डोर लोगों के स्वास्थ्य जांच के लिए तीन टीम नियुक्त कर दी गई है।
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