सत्यखबर, पानीपत
पानीपत में रविवार को जिला स्तरीय किसान महापंचायत का आयोजन हुआ। नई अनाज मंडी के शेड में आयोजन के दौरान सभी अतिथि और किसान नीचे ही बैठे। किसी के लिए भी सोफे या कुर्सी की व्यवस्था नहीं रही। मंच पर और खुले शेड में जमीन पर दरी बिछाई गई। राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी किसान आंदोलन का इतिहास लिखा जाएगा तो वर्तमान में सत्ता में बैठे लोगों को 700 किसानों का हत्यारा कहा जाएगा। सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। सरकार ने दिल्ली में 10 साल पुराने ट्रैक्टर बंद कर दिए हैं। उन्होंने किसानों से कहा कि अपने पुराने ट्रैक्टर तैयार रखो कभी भी कॉल आ सकती है। यदि सरकार नहीं मानी तो दिल्ली में फिर 10 साल पुराने ट्रैक्टर चलेंगे। महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि यदि सरकार ने किसानों की मांगें जल्द नहीं मानीं तो प्रधानमंत्री की कोठी के आगे टेंट लगाएंगे। सरकार किसानों को कमजोर समझने का वहम निकाल दे। आंदोलन में 700 किसान शहीद हो चुके हैं। किसान ऐसे ही विरोध जारी रखेंगे,
सरकार का कोई नुमाइंदा गांव में नहीं घुस पाएगा। कोई भी किसान समन आने पर न तो कोर्ट जाएगा और न ही थाने। पुलिस पकड़ने आए तो उन्हें गिरफ्तार कर सकती है। किसान नेता अभिमन्यु कुहाड़ ने कहा कि किसान आंदोलन आर्थिक आजादी की लड़ाई है। सरकार में आने से पहले मोदी जी ने दो करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देने का वादा किया था। उल्टा युवाओं को बेरोजगार कर दिया।
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मोदी जी को ऐसे ही झोला उठा कर जाने नहीं देंगे, एक-एक चीज का हिसाब उनसे मांगा जाएगा। भकियू के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर ने कहा की मीडिया के माध्यम से सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम कर रही है। उन्होंने कहा कि जो कानून 2012 में काले थे और 2020 आते-आते साफ सुथरे कैसे हो गए। MSP लागू न होने से मंडियां बंद हो रही हैं और किसान की फसल कौड़ियों के भाव जा रही है।
किसान नेता जगजीत सिंह ने कहा कि सरहद पर किसान के बच्चे रक्षा कर रहे हैं और उन्हें ही अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है। अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे किसानों पर लाठियां बरसाईं जा रही हैं। किसान इससे दबने वाले नहीं हैं, वे मांगें पूरी होने तक पीछे नहीं हटेंगे। वहीं करनाल से पहुंचे किसान नेता सुभाष गुर्जर ने कहा कि पानीपत की धरती ऐतिहासिक है। पिछले 10 महीने से राकेश टिकैत और अन्य नेताओं की अगुवाई में किसान आंदोलन चल रहा है। हरियाणा के किसान पूरी तरह इनके साथ हैं।
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जहां इनका का पसीना गिरेगा हरियाणा के लोग खून बहा देंगे। रविवार को किसान महापंचायत के साथ दो पालियों में हरियाणा पुलिस की SI भर्ती की लिखित परीक्षा भी है। इसके लिए पानीपत जिले में 30 केंद्र बनाए गए हैं। अधिकतर केंद्र शहर में ही होने के कारण पुलिस-प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए रूट निर्धारित किए हैं। किसान महापंचायत में आने वाले लोगों के लिए पांच रास्ते तय किए गए हैं। ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस को संयुक्त किसान मोर्चा के वालंटियर्स भी सहयोग कर रहे हैं।
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