सत्य खबर, नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections) से पहले कांग्रेस (Congress) की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. राज्य में कांग्रेस की स्थिति कमजोर है और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) राज्य में पार्टी को फिर से स्थापित करने के लिए राज्य में कई सियासी दांव खेल रही है. वहीं अब पार्टी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व को लेकर सवाल उठने लगे हैं. क्योंकि चुनाव में टिकट मिलने के बाद भी पार्टी के नेता दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं. जिसे पार्टी के लिए झटका माना जा रहा है.
अगर देखें तो राज्य में बीएसपी और कांग्रेस में ही नेताओं के बीच भगदड़ मची हुई है. पिछले छह महीने के भीतर कांग्रेस के कई दिग्गज नेता यूपी में पार्टी का साथ छोड़कर चले गए हैं और दूसरे दलों से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका उन नेताओं से लगा है. जिनका टिकट पार्टी ने फाइनल कर दिया था और टिकट मिलने के बाद उन्होंने दूसरे दलों की सदस्यता ली है. वहीं पार्टी छोड़ने वाले नेता कांग्रेस आलाकमान और प्रियंका गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं और वहीं अब कार्यकर्ता भी कहने लगे हैं कि कांग्रेस के नीतिनिर्धारकों को उम्मीदवारों की पहचान नहीं है. जो नेता जमीन पर काम कर रहे हैं उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. लिहाजा नेता पार्टी को अलविदा कह रहे हैं.
रामपुर में लगा पार्टी को बड़ा झटका
दरअसल पिछले दिनों ही कांग्रेस ने 125 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी और रामपुर की स्वार चमरव्वा सीट से टिकट पाने वाले यूसुफ अली युसूफ अगले ही दिन समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. हालांकि उन्हें एसपी में टिकट नहीं मिला और वापस कांग्रेस में लौट आए. वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि ऐसे नेताओं को पार्टी में दोबारा नहीं लेना चाहिए था. क्योंकि इनके कारण पार्टी में गलत संदेश जा रहा है. इसके साथ ही कांग्रेस को दूसरा झटका रामपुर में ही लगा और पार्टी के उम्मीदवार हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां ने कांग्रेस छोड़कर अपना दल (सोनेलाल) से हाथ मिलाया. बताया जा रहा है कि अपना दल उन्हें स्वार सीट से टिकट दे रही है.
बरेली में भी गांधी परिवार के वफादार ने दिया झटका
यही नहीं कांग्रेस द्वारा बरेली कैंट का प्रत्याशी घोषित की गई सुप्रिया ऐरन अपने पति और कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन के साथ एसपी में शामिल हो गई. जबकि ऐरन परिवार कई दशकों से गांधी का करीबी रहा है. वहीं एसपी में आने के बाद पार्टी ने ऐलान को बरेली कैंट सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. पिछले दिनों ही पार्टी की पोस्टर गर्ल माने जाने वाली प्रियंका मौर्य ने भी पार्टी को छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली है. जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश में कई प्रत्याशियों ने कांग्रेस को छोड़कर दूसरे दलों की सदस्यता ली है.
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