सत्य खबर, पानीपत। भारत के सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन की शुरुआत हो चुकी है. प्रो कबड्डी लीग सीजन-8 में पहली बार पानीपत जिले के छह खिलाड़ी खेल रहे हैं. ये सभी खिलाड़ी एक ही गांव बुड़शाम के रहने वाले हैं. इनमें से एक खिलाड़ी का नाम है रोहित गुलिया . जिनको इस साल हरियाणा स्टीलर्स से खेलने का मौका मिला है. रोहित गुलिया रेडर के साथ-साथ एक अच्छे आल राउंडर और डिफेंडर भी हैं.
पानीपत के बुड़शाम गांव के रहने वाले रोहित गुलिया ने बताया कि उनका जन्म 3 जुलाई 1998 को हुआ था. वे दस साल की उम्र से ही अपने दादा-पापा को कबड्डी खेलते हुए देखते थे. रोहित गुलिया का कहना है कि बचपन में जिस चीज को बच्चा सामने देखता है. आखिर में वह सपने भी उसी के देखने लगता है. एक दिन उसी सपने को पूरा करने के लिए वह जीतोड़ मेहनत भी करना शुरू कर देता है. इसी मेहनत की बदौलत अब वह इस मुकाम को हासिल कर पाने में कामयाब हुए हैं.
रोहित गुलिया का कहना है कि उन्होंने भी एक ऐसे ही सपने के साथ शुरुआत की थी. वे हर दिन अपने आप में कुछ नया करने की सोच रखने लगे. इसी का नतीजा है कि आज उनका रेलवे में सिलेक्शन हो चुका है. रोहित गुलिया प्रो कबड्डी लीग सीजन 5 से लगातार खेल रहे हैं. रोहित गुलिया प्रो कबड्डी लीग के इस सीजन में सबसे महंगे आलरांउडर हैं. रोहित को इस बार प्रो कबड्डी लीग में खेलने के लिए 83 लाख रुपये मिलेंगे. रोहित गुलिया हरियाणा स्टीलर्स की टीम में मुख्य रेडर के तौर पर खेल रहे हैं.
रोहित गुलिया जिस बुड़शाम गांव के रहने वाले हैं उस गांव को कबड्डी खिलाड़ियों की फैक्ट्री कहा जाता है. गांव में बच्चों से लेकर बुजुर्गों की रग-रग में कबड्डी दौड़ती है. पांच साल का बच्चा भी कबड्डी का खेल एक परिपक्व खिलाड़ी की तरह ही खेलता है. रोहित गुलिया का कहना है कि जब वह प्रैक्टिस के लिए स्टेडियम जाते हैं तो पांच साल के छोटे खिलाड़ी भी उनका इंतजार करते मिलते हैं. प्रतिदिन चार सौ से ज्यादा खिलाड़ी बुड़शाम गांव के दो खेल मैदानों में प्रैक्टिस करने के लिए आते हैं. इसमें पांच साल के छोटे बच्चे से लेकर 30 साल के युवा शामिल हैं. पहला कबड्डी ग्राउंड गांव के सरकारी स्कूल में है. यहीं से ज्यादातर खिलाड़ियों ने कबड्डी की शुरुआत की है. दूसरा ग्राउंड गांव के स्टेडियम में है. इसमें बीते दो साल से खिलाड़ी अभ्यास करते आ रहे हैं.
बुड़शाम गांव में रोजाना शाम को आस-पास के दस गांवों से खिलाड़ी कबड्डी खेलने के लिए आते हैं. इनमें डिडवाडी गांव, हरतड़ी, नरायणा, बलाना, पालड़ी, नौल्था जैसे तमाम गांवों से खिलाड़ी सुबह और शाम प्रैक्टिस के लिए आते हैं. कुछ तो ऐसे हैं जो अब गांव में रहकर ही खेल का अभ्यास कर रहे हैं.बता दें कि पहली बार गांव बुड़शाम के छह खिलाड़ियों को एकसाथ प्रो कबड्डी में चुना गया है. इनमें रोहित गुलिया का हरियाणा स्टीलर्स, मोनू बिनवाल पटना पाइरेट्स, सोमबीर गुलिया पुनेरी पलटन, सुशील गुलिया जयपुर पिंक पैंथर्स, सौरभ गुलिया पटना पाइरेट्स और साहिल गुलिया तेलगू टाइटन की ओर से खेलेंगे. रोहित गुलिया सीजन-5 से लगातार खेल रहे हैं.
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