सत्यखबर, जींद, अशोक छाबड़ा
लॉक डाउन से बाहर निकलते ही प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में एक तरफ जहां संगठनात्मक ढांचे को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए बड़े स्तर पर बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है,वहीं दूसरी तरफ सहयोगी गठबंधन पार्टी जजपा से रिश्ते और बेहतर करने की कवायद की जा रही है। हरियाणा में नए अध्यक्ष की तलाश कर रहा भाजपा हाईकमान डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और गृह मंत्री अनिल विज के बीच चल रही तनातनी से नाराज है। कोरोना काल में भाजपा सरकार ने जिस मुस्तैदी के साथ काम किया,उसे लेकर हाईकमान ने सरकार की पीठ ठोंकी है, लेकिन संगठन और सरकार में चल रही खींचतान को काफी गंभीरता से लिया है। भाजपा हाईकमान ने इस तरह के मसलों को समय रहते सुलझाने के संकेत दिए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष तीन दिन पहले चंडीगढ़ प्रवास पर आए और सरकार संगठन की गतिविधियों को अपने लिफाफे में समेटकर दिल्ली ले गए। यह लिफाफा जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंप दिया जाएगा,ताकि प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही भाजपा व उसके सहयोगी दल जजपा में चल रही तनातनी को दूर किया जा सके। यह अलग बात है कि जजपा में खुद ऐसे हालात बने हुए हैं,जो उसकी राजनीतिक सेहत के लिए उचित नहीं है,लेकिन बरौदा विधानसभा सीट के उपचुनाव से पहले कोई भी दल नहीं चाहता कि किसी तरह का असंतोष उभरकर बाहर आ सके। भाजपा में इस समय प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की बात चल रही है। भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन अलग-अलग सभी से नए अध्यक्ष के नाम पर रायशुमारी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी लगातार पार्टी नेताओं व प्रमुख कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं। दिन भर की सरकारी बैठकों के बाद मनोहर सरकार शाम को एक से दो घंटा संगठन के कामकाज के लिए जरूर निकालते हैं। लाकडाउन अवधि अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है तो हाईकमान को भी लगने लगा कि नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का यह उपयुक्त समय है।
प्रदेश अध्यक्ष पद के आधा दर्जन दावेदार
भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष पद के आधा दर्जन दावेदार हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल चाहते हैं कि सुभाष बराला को ही दोबारा कमान सौंपी जाए। यदि ऐसा नहीं होता तो कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी को जिम्मेदारी मिले। इनके अलावा हिसार के विधायक डा. कमल गुप्ता, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, भाजपा विधायक महीपाल ढांडा,पूर्व विधायक डा. पवन सैनी, पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन और प्रवक्ता वीर कुमार यादव के नाम भी चर्चा में हैं। केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और सांसद संजय भाटिया के नामों को कई कारणों से चर्चा में नहीं माना जा रहा है। कुछ पूर्व मंत्री ही नहीं बल्कि कई मौजूदा सांसद,मंत्री व विधायक भी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की मांग पर अड़े हैं। भाजपा नेतृत्व किसी युवा चेहरे को मौका देना चाहता है,जबकि सुभाष बराला के पक्ष में दलील दी जा रही कि भले ही वह चुनाव हार गए,लेकिन उन्हेंं संगठन और सरकार में तालमेल का तुजुर्बा है। बराला के विरोधी इस दावे को कई वजनदार दलीलों से काट रहे हैं। बड़ा कारण उनकी टोहाना से बुरी हार है। हालांकि पार्टी की ‘मदर ऑर्गेनाइजेशनÓ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सूत्रों की अगर मानें तो संगठन में अध्यक्ष पद पर बदलाव तय है और संगठन मंत्री के नाम पर मुहर लग चुकी है।
तनातनी को समय रहते दूर किया जाए
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने प्रभारी डा. अनिल जैन, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और प्रांतीय महामंत्री संगठन सुरेश भ_ को संकेत दिया है कि गठबंधन और सरकार के नेताओं के बीच चल रही तनातनी को समय रहते दूर किया जाए। यह भी पता चला है कि बीएल संतोष ने सरकार के साथ नए सीआइडी प्रमुख के नाम पर भी मुख्यमंत्री के साथ चर्चा की है। इसके लिए दिल्ली डेपुटेशन पर गए एक सीनियर आइपीएस को वापस हरियाणा भेजने की तैयारी है। चंडीगढ़ प्रवास के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने संगठनात्मक गतिविधियों व सरकार के कामकाज की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने कई नेताओं से फोन पर भी संपर्क साधा। कुछ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं से बातचीत की। चंडीगढ़ प्रवास के दौरान संतोष ने सीएम मनोहर लाल के साथ भी चर्चा की। उन्होंने सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए संगठन के काम में तेजी लाने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक साल की सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के निर्देश दिए। बता दें कि भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हरियाणा के वरिष्ठ नेताओं के साथ तमाम मुद्दों पर चर्चा कर चुके हैं। भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में अनिल विज प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने का मुद्दा पहले ही खुले तौर पर उठा चुके हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=5SrzZRzM4HY
Aluminium recycling equipment maintenance Aluminium recycling regulations and compliance Metal waste recovery yard