सत्यख़बर डेस्क
कोरोना वाइरस के टिके के साइड इफेक्ट्स देखे गए है। अब ऐसे मामले एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के लिए भी दर्ज किए जा रहे है। भारत सरकार इस लिए सतर्क हो चुकी है। अब भारत की शीर्ष समिति कोविशिल्ड और कोवेक्सिन के साइड इफक्ट्स से जुड़े आंकड़ों पर ग़ौर कर रही है। यूरोपियन यूनियन के औषधि नियामक ने ब्लड कवोट और एस्ट्राजेनेका के बीच संबंध होने कि बात की है। उन्होंने एक बयान जारी किया है कि हजारों लोगों में ब्लड कवोट और एस्ट्राजेनेका के बीच संबंध है।
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बता दें कि भारत में एस्ट्राजेनेका की कोविशिल्ड और भारत के बायोटेक की वेक्सिन के टीके दिए जा रहे है । अब केंद्र सरकार इन दोनों वैक्सीन्स किए समीक्षा करेगी। यूरोप के ड्रग कंट्रोलर के अनुसार एस्ट्राजेनेका और युवा ओ में पाए जाने वाले ब्लड कवोट के बीच लिंक पाया गया है । सुत्रानुसार भारत में एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन के लिए राष्ट्रीय समिति,अब प्राथमिकता के तौर पर कवर किए गए करीब 19,500 कम गंभीर मामलों के वैक्सीनेशन के बाद होते एडवर्स रिएक्शन की रिपोर्ट की समीक्षा विस्तार करेगी।
सरकार द्वारा तेज़ किए गए है और इस तरह के गंभीर मामले लोगों को वेक्सिनेशन के प्रति अचेत करती जाएगी। लोग टीका लेने से डरते जाएंगे। वैक्सीन के साईड इफेक्ट्स के तोड़ खोजे जाने की कोशिशें हो रही है।
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