सत्यखबर जाखल (दीपक) – सरकार द्वारा चलाई जा रही महिलाओं के उत्थान हेतु विभिन्न स्कीमों की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए महिलाओं को सखीमंच, पोषण अभियान, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, आपकी बेटी हमारी बेटी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय जाखल की ओर से आनन-फानन में कार्यक्रम किए जाते हैं।
जिसकी सूचना ने तो पूर्व में गांव के सरपंच को या किसी नंबरदार को या फिर किसी संस्था को होती है यहां तक कि सरकार की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने वाले पत्रकारों को भी इसके बारे में कोई सूचना प्रदान नहीं होती। ऐसा ही एक कार्यक्रम महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी जोगिंदर कौर के नेतृत्व में गांव म्योंद कलां में देखने को मिला। जिसकी सूचना आंगनवाड़ी वर्कर के अलावा पूर्व में किसी को भी नहीं दी गई थी। जिसकी वजह से गांव की बहुत सी अनपढ़ महिलाएं ऐसे कार्यक्रम में भागने लेकर सरकार द्वारा चलाई गई महिलाओं के उत्थान हेतु जनकल्याणकारी नीतियों से वंचित रह जाती हैं।
सरकार के दिशा निर्देशन अनुसार हालांकि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनओं व स्कीमों के बारे में सखी मंच शिविर के माध्यम से गांव गांव जाकर महिलाओं को जागृत किया जाना अति आवश्यक है।
क्या क्या है महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाएं
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के लाभ व योजना के लाभ लेने के लिए जरुरी दस्तावेजों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रधान करना। की किस प्रकार गर्भवती महिलाए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी अपना नाम आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज करवा करवा कर किस प्रकार स्कीम का लाभ ले सकती हैं।
पोषण अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर आयरन की गोलिया खाने व खून जांच कराने की सलाह देनी होती है और महिलाओं को ताजा पोष्टिक आहार, फल व हरी सब्जियां तथा सभी प्रकार की दालों का इस्तेमाल करने के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाना अति आवश्यक है। कुपोषण के कारण बच्चों के जीवन पर पडऩे वाले बुरे प्रभावों के बारे में बताया जाना तथा कुपोषण से बचाव करने के लिए विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया जाना भी अति जरूरी है।
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी जाखल सुपरवाइजर जोगिन्द्र कौर ने बताया कि उन्होंने पोषण अभियान के तहत कार्यरत अधिकारी सुरेन्द्र सन्धा के साथ खंड के गांव म्योंद कलां में उपस्थित महिलाओं को सखीमंच के बारे में बताया तथा सखी मंच तक पहुंच बनाने के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 के बारे में बताया। अधिकारी ने यह भी बताया कि पीडि़त महिलाओं के लिए सखीमंच किस प्रकार एक सखी की तरह कार्य करेगा तथा वन स्टाप सैंटर की कार्यप्रणाली के बारे संपूर्ण जानकारी दी गई। इसके अलावा महिलाओं को मिलने वाली सरकार की सभी स्कीमों से अवगत करवाया।
इस बारे में गांव म्योंद कलां सरपंच प्रतिनिधि रोहित कुमार ने बताया कार्यक्रम को लेकर उन्हें पूर्व से कोई सूचना नहीं थी मौके पर फोन आया जिसके तहत उनकी पत्नी सरपंच रविंद्र कौर भी कार्यक्रम में पहुंची और उन्होंने भी उपस्थित महिलाओं को कन्या भू्रण हत्या न करवाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लड़का- लड़की में कोई भेदभाव न करे और लड़कियों को भी लड़कों की तरह शिक्षा के समान अवसर देते हुए उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करे।
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