सत्यखबर
दक्षिण भारत के राज्यों के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून महाराष्ट्र और पूर्वोत्तर पहुंच गया है। आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पड़ोस में निचले स्तर पर चक्रवाती तूफान के चलते अगले तीन दिनों में पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और मणिपुर जैसे राज्यों में में भारी से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून देश के कई हिस्सों को कवर करते हुए मध्य अरब सागर में भी आगे बढ़ गया है , जिसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के अधिक हिस्से शामिल हैं।
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मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को महाराष्ट्र के तीस प्रतिशत हिस्से को कवर करते हुए रायगढ़ और पुणे जिले में दस्तक दे दिया। बता दें कि रात से इन जिलों में बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि मानसून के अगले हफ्ते तक मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। 15 जून तक यह मध्य और पूर्वोत्तर भारत में भी सक्रिय हो जाएगा। मध्य प्रदेश, गुजरात और राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब उत्तर प्रदेश में 20 जून के बाद मानसून पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग की मानें तो इन राज्यों में समय से या उससे पहले ही मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून महाराष्ट्र के तटीय इलाके रत्नागिरी जिले में हरनाई बंदरगाह में पहुंच गया है। जल्द ही पूरे राज्य को यह कवर कर लेगा।
वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून मध्य अरब सागर, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्रप्रदेश समेत तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में पहुंच चुका है। मध्य बंगाल की खाड़ी और बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर हिस्सों में बारिश शुरू हो चुकी है।
मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक 11 जून तक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे मानसून और सक्रिय होगा। ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों और बिहार में तेजी से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। बता दें कि दो दिन की देरी से मानसून तीन जून को केरल पहुंचा था। आईएमडी ने जून में सामान्य बारिश होने का अनुमान जताया है।
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