सत्य खबर, पानीपत
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आज पानीपत पुलिस के लिए बड़ा आदेश जारी किया है। गृहमंत्री अनिल विज ने पानीपत एसपी शशांक कुमार सावन को टेलीफोन पर जिले की सीआईए-टू को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के निर्देश जारी किए हैं। सीआईए टू में प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह समेत राजेश, सुमित, सुभाषचंद्र, जयवीर राणा और तीन अन्य पुलिसकर्मी शामिल है। मंत्री के इन आदेशों के बाद पानीपत पुलिस में हड़कंप मच गया है।
इधर, जिले के कप्तान के लिए भी बहुत असमंजस की स्थिति में है कि आखिर जिस मामले की जांच अभी जारी है, उसमें बिना किसी ठोस कारण के इतनी बड़ी कार्रवाई कैसे की जाए। वहीं सूत्रों का कहना है कि सीआईए टू के लिए नए स्टाफकर्मियों की भी तलाश की जा रही है। देखा जा रहा है कि आखिर सीआइए जैसे स्टाफ को चलाने के लिए जिले में मौजूद पुलिसकर्मियों में से कौन सक्षम हैं कि दोबारा ऐसा मामला सामने ही नहीं आए। कोर्ट के आदेशों पर इंस्पेक्टर समेत 8 पर हुआ था मुकदमा दर्ज
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पानीपत के उद्यमी राजकुमार आहूजा पुत्र हीरा लाल ने बताया था कि वह 8 नवंबर को वकील से मिलने के लिए कोर्ट में आया था। कोर्ट से निकलते हुए सीआईए टू ने उनका अपहरण कर लिया। इसमें 6 पुलिस कर्मचारी शामिल थे। अपहरण करके उन्हें सीआईए टू कार्यालय में लाया गया। यहां उनकी बुरी तरह से पिटाई की गई। उन्हें दो दिन तक प्रताड़ित किया गया। उससे पुलिस कर्मचारियों ने 25 लाख रुपए की मांग की।
उद्यमी ने बताया कि परिवार के लोगों ने काफी परेशानी उठाकर लोगों से पैसे उधार लिए और तब 25 लाख रुपए की रकम पुलिस को दी। इसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया। वह पुलिस हिरासत से बाहर आकर मामले की शिकायत को लेकर कई पुलिस अधिकारियों से मिले, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने अपना मेडिकल कराया, कोर्ट में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई व कॉल रिकॉर्डिंग भी एसीजेएम को दी।
एसीजेएम ने मामले की जांच के बाद सीआईए टू प्रभारी व 5 पुलिस कर्मचारियों पर केस दर्ज करने के निर्देश जारी किए।
राजकुमार आहूजा और उसके परिवार पर भी मुकदमा दर्ज
6 नवंबर को बिहार के रहने वाले राजीव ने राजकुमार आहूजा उनकी पत्नी सुमन, सागर और अर्जुन के खिलाफ चांदनी बाग थाना पुलिस में केस दर्ज कराया था। राजीव का आरोप था कि राजकुमार व उसके परिवार के लोगों ने बिहार में उसका व्यापार शुरू कराने का झांसा देकर उससे 25 लाख रुपए की ठगी की है। यह ठगी दो साल तक की गई है। इस शिकायत के आधार पर इन सभी पर केस दर्ज किया गया था। इसी मामले में सीआईए टू ने राजकुमार को 8 नवंबर को हिरासत में लिया था।
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