सत्यखबर, दिल्ली
यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ समेत भारतीय स्टूडेंट्स को अब भी राहत नहीं मिल पाई है। कीव और खार्किव में बमबारी के बीच बंकर और मेट्रो में दिन-रात गुजार रहे हजारों स्टूडेंट्स कर्फ्यू में छूट मिलने के बाद रेलवे स्टेशन तो पहुंच गए हैं। अब यूक्रेनियन उन्हें ट्रेन में बैठने से रोक रहे हैं। भारी भीड़ के बीच उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और पहले यूक्रेनियन को पश्चिम शहर की ओर जाने वाले ट्रेनों में बैठाया जा रहा है। भारतीय दूतावास से मदद नहीं मिलने के कारण इंडियन स्टूडेंट्स पूरे दिन ट्रेन में बैठने के लिए मशक्कत करते रहे, लेकिन उन्हें बैठने नहीं दिया गया।
बिलासपुर की स्टूडेंट्स रिया अदिति लदेर के साथ ही गुलशन राठौर, रंजन कुमार सहित भारतीय स्टूडेंट्स ने बताया कि सोमवार को कर्फ्यू हटाकर ट्रेनें शुरू करने के दावे किए गए। दूतावास ने भी बच्चों को स्टेशन पहुंचने की सलाह दी। ऐसे में बच्चे अपना सामान पैक कर यूक्रेन के समय के अनुसार सुबह 9 बजे से ही स्टेशन पहुंच गए थे। लेकिन, दोपहर तक उन्हें ट्रेन नहीं मिल पाई थी। ट्रेनें आई, तब यूक्रेन के नागरिकों ने कब्जा जमा लिया और भारतीय स्टूडेंट्स को बैठने नहीं दिया।
स्टूडेंट्स बोले- यूक्रेनियन कर रहे दुर्व्यवहार, मारपीट का भी आरोप
छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में बिलासपुर, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ सहित अन्य जगहों के स्टूडेंट्स ने बताया कि उनके साथ दूसरे राज्य के भी हजारों छात्र-छात्राएं हैं। भीड़ सुबह से ही स्टेशन पहुंच गई थी। दोपहर बाद जब ट्रेनें आईं, तब यूक्रेनियन उनके साथ दुर्व्यवहार कर धमकी देने लगे। उन्हें ट्रेनों में बैठने नहीं दिया गया। छात्रों ने मारपीट करने का भी आरोप लगाया है।
यूक्रेनियन अब उन्हें साथ दुर्व्यवहार करने लगे हैं। यहां पूरे दिन उन्हें ट्रेन में बैठने नहीं दिया गया। ऐसे में उन्हें मजबूरी में लविव शहर के लिए ट्रेन पकड़नी पड़ी। वहां से स्टूडेंट्स या तो ट्रेन बदल कर बॉर्डर पहुंचेंगे या फिर बस या टैक्सी से बॉर्डर तक जाएंगे।
यूक्रेनियन सेना ने नागरिकों को थमाया हथियार
स्टूडेंट्स ने बताया कि यूक्रेनियन सैनिकों ने अब स्थानीय नागरिकों को हथियार थमा दिए हैं। इसके चलते स्थानीय नागरिक फायर कर इंडियंस स्टूडेंट्स को धमकी दे रहे हैं और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। ऐसे में अब उन्हें और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों को चिंता है कि किसी तरह बॉर्डर पहुंच जाएं।
\रेलवे स्टेशनों में उमड़ी भीड़, ट्रेन का कर रहे इंतजार
छात्रों ने बताया कि कीव और आसपास के शहरों के रेलवे स्टेशनों में भारतीय छात्रों के साथ ही यूक्रेनियन की भारी भीड़ है। हजारों स्टूडेंट्स ट्रेन के लिए पूरे दिन इंतजार करते रहे। इस दौरान उन्होंने छात्राओं को ट्रेनों में बैठाने की कोशिश की। लेकिन, उन्हें भी चढ़ने नहीं दिया गया। आखिरकार, उन्हें दूसरे स्टेशन जाने वाली ट्रेनों में चढ़ाया गया। वहीं, हजारों स्टूडेंट्स रात तक रेलवे स्टेशन में ट्रेन का इंतजार करते रहे।
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