सत्य खबर, वडोदरा । गुजरात के वडोदरा जिले में एक बाल गृह के निदेशक के खिलाफ कथित तौर पर धर्म परिवर्तन की कोशिश करने के आरोप में FIR दर्ज की गई है. वहीं, इस बाल गृह का संचालन ‘मिशनरीज फॉर चैरिटी’ की ओर से किया जाता है. पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आरोप है कि बाल गृह में रहने वाली लड़कियों को क्रॉस पहनाकर और बाइबिल देकर उन्हें ईसाई बनाने की कोशिश की गई.
दरअसल, ये मामला वड़ोदरा जिले के मकरपुरा पुलिस थाना क्षेत्र का है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक वडोदरा जिला सामाजिक सुरक्षा कार्यालय के प्रभारी मयंक त्रिवेदी की एक शिकायत के आधार पर रविवार को FIR दर्ज की गई कि बाल गृह में रह रही हिंदू लड़कियों को ईसाई बनाने की कोशिश की जा रही है.
हिंदू लड़कियों को जबरन ईसाई धर्म स्वीकार करवाने की जारही कोशिश
वहीं, इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि मयंक त्रिवेदी द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि प्रबंधन ने धर्म परिवर्तन के प्रयास के उद्देश्य से लड़कियों के पाठ करने के लिए स्टोररूम की मेज पर एक बाइबिल रखी थी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बाल गृह में रहने वाली हिंदू लड़कियों को जबरन ईसाई धर्म स्वीकार करवाने की कोशिशें की जा रही हैं. हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच-पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस कर रही मामले की जांच-पड़ताल
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि दर्ज की गई FIR के अनुसार बाल गृह प्रबंधन स्टोररूम की एक मेज पर लड़कियों के पढ़ने के लिए बाइबिल रखता था. पुलिस अधिकारी ने कहा कि धर्मांतरण से संबंधित गुजरात धर्म स्वतंत्रता कानून की धारा 3 और 4 (किसी व्यक्ति का धर्म बदलवाने, प्रलोभन देने या धोखाधड़ी के माध्यम से धर्म बदलने का प्रयास करने) के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295 (ए) और 298 (धार्मिक भावनाओं को आहत करने से संबंधित) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि कथित घटनाएं इसी साल 10 फरवरी से 9 दिसंबर के बीच का है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जांच में सच्चाई सामने आने के बाद दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
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