सत्यखबर
पंजाब की देखा देखी हरियाणा के युवाओं में विदेश जाने की ललक ने एक ऐसे वर्ग को जन्म दिया है, जो युवाओं को विदेश की चकाचौंध के सपने दिखाकर ठग रहा है। वहीं कानून इतना ढीला है कि इस वर्ग के खिलाफ कोई कार्रवाई ही नहीं हो पाती है और वो वर्ग है ट्रैवल एजेंट….पुलिस की ढीली कार्रवाई के चलते हर रोज लोगों को विदेश भेजने के सपने दिखाकर ये लूटते रहते हैं।….ऐसा ही एक मामला हरियाणा से सामने आया है..जहां एक बॉबी बजाड़ नाम के ठग ने एक परिवार को ऑस्ट्रेलिया भेजने का नाम पर 67 लाख की चपत लगा दी.
विदेश में जाकर मोटी कमाई करने का हर कोई सख्स सपने देखता है..लेकिन वो इस लालच के चलते कब ठगों के जाल में फंस जाते हैं उन्हें पता भी नहीं चलता…ऐसा ही एक मामला गोहाना के गांव शामड़ी बुरान से सामने आया है…जहां बॉबी बजाड़ नाम के ट्रेवल एजेंट ठग ने भुपेंद्र नाम के युवक को अपने जाल में फंसाकर 67 लाख रुपये की चपत लगा दी….दरअसल बॉबी बजाड़ ने पहले तो इस युवक से चार साल का ऑस्ट्रेलिया का वीजा लगवाने और वहां की स्थायी नागरिकता दिलाने के नाम पर 67 लाख रुपये ठग लिए…जिसके बाद आरोपी ने पीड़ित को एक साल का वीजा बनवाकर ऑस्ट्रेलियाभेज दिया…लेकिन वीजा की समय अवधि ना बढ़ने पर वो वापस अपने मुल्क आ गया….इस के बाद भी बॉबी बजाड़ वीजा की अवधि बढ़ाने और स्थायी नागरिकता को लेकर पैसे ऐंठता रहा…जिसके बाद पीड़ित को बार बार पैसे मांगने पर भी वीजा ना बढ़ने पर ठगी का अहसास हुआ..और बॉबी बजाड़ की पुलिस में शिकायत दी.
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बता दें कि शिकायतकर्ता भूपेंद्र के मुताबिक वो एक एडवोकेट के पास पीएसओ की नौकरी करता था…साल 2018 में उसकी मुलाकात बॉबी बजाड़ के साथ फरीदाबाद में हुई थी…आरोपी ने उसको भरोसा दिलाया कि वो और उसका परिवार ऑस्ट्रेलिया का स्थाई निवासी है और वो भी ऑस्ट्रेलिया में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिलने पर लाखों कमा सकता है भुपेंद्र उसके झांसे में आ गया जिसके बाद आरोपी ने 4 साल का वीजा लगवाने और बाद में स्थाई नागरिकता दिलाने का कार्य कराने के बदले मोटी रकम मांगी.
उसके कहने पर भुपेंद्र ने अपना अपनी पत्नी और दो बेटियों के लिए 4 साल का वीजा और बाद में नागरिकता लेने के लिए आवेदन किया….जिसके चलते जनवरी 2014 में 15 लाख रुपए दिए, 6 जनवरी 2015 को 12 लाख और 15 मार्च 2015 को 15 लाख रुपये दिए…8 मई 2015 को उसकी पत्नी का वीजा मिल गया जो 1 साल का था इस पर बॉबी बजाड़ ने कहा कि कुछ समय बाद वीजा की समय अवधि बढ़ाकर 4 साल की करा दी जाएगी और स्थायी नागरिकता भी करा दी जाएगी…वीजा समय अवधि ना बढ़ने पर दिसंबर 2016 में उन्हें वापस आना पड़ा….जनवरी 2017 में बॉबी और उनके पिता महेंद्र मकड़ौली में आए….तब वो उनसे मिला….उन्होंने यहां भी भुपेंद्र से 10 लाख रुपये मांगे….4 लाख उनको घर पर दिए और 6 लाख बैंक खाते में जमा कराए थे….फिर भी उसका काम नहीं हुआ.
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जब काम बनता ना देख भूपेंद्र को शक हुआ तो उसने अपने स्तर पर जांच की और पाया कि ये एक गिरोह है जो युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ठगता है…आरोपी बॉबी बजाड़ का वास्तविक नाम विक्रम सिंह है जो लोगों को धोखा देने के लिए भारत में विक्रम सिंह के नाम की आईडी रखता है और ऑस्ट्रेलिया में बॉबी बजाड़ के नाम की…और अपने हरियाणा में स्थाई निवासी प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, वोटर कार्ड. आर्म लाइसेंस बनवा रखे हैं.
आरोपी के खिलाफ कुरुक्षेत्र में वर्ष 2019 में आपराधिक मामला भी दर्ज है…तो वहीं ये ठग हरियाणा की राजनिति में भी अपनी अच्छी पैंठ रखता है…जिसको हरियाणा के बड़े नेता जैसे पूर्व कृषि मंत्री वीरेंद्र सिंह, ओमप्रकाश चौटाला और अभय चौटाला के साथ ली फोटे में देखा जा सकता है….बता दें कि बॉबी बजाड़ हरियाणा में जाट ब्रांड के नाम से शराब का कारोबार भी कर चुके हैं…जो पुलिस और सरकार के ढीले रवैये की वजह से आज तक आजाद गुम रहा है….वहीं जानकारी के मुताबिक बॉबी बजाड़ युक्रेन में अपना ढेरा जमाए हुए हैं.
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