सत्य खबर, अंबाला
सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) में अपग्रेड हुए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अब निजी स्कूलों को टक्कर देने की तैयारी कर चुके हैं। यहां पर जहां स्मार्ट क्लास का कांसेप्ट लागू किया जा रहा है, वहीं डिजिटल ब्लैक बोर्ड के जरिये बच्चों को पढ़ाया जाएगा। खास हैकि यह स्पेशल बोर्ड हैं, जिन पर खास पेन से लिख सकेंगे, जबकि यदि यह पेन नहीं है, तो शिक्षक अपने हाथ की उंगली से भी इस बोर्ड पर लिख सकेंगे। जिला के सात सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को सीबीएसई पैटर्न पर अपग्रेड किया गया है।
जिले में सात सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई करवाई जाएगी। इन में राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बराड़ा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भानोखेड़ी, नारायणगढ़, शहजादपुर, नन्योला, रामपुर सरसेहड़ी शामिल हैं। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाई गई हैं, जिनमें डिजिटल बोर्ड है। इसके साथ ही पावर बैंक भी दिया गया है ताकि बिजली कट के दौरान बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो। यह बोर्ड इंटरनेट से कनेक्ट रहेंगे। इसी बोर्ड पर ऑनलाइन ही बुक भी खुल जाएगी, जिसके जरिये बच्चों को पढ़ाया जा सकता है।
निजी स्कूलों के मुकाबले फीस नाममात्र
इन दिनों फीस व अन्य चार्ज को लेकर जहां अभिभावकों का निजी स्कूलों से विवाद चल रहा है, वहीं सीबीएसई अपग्रेड हुए स्कूलों में फीस भी नाममात्र रखी गई है। अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा हासिल करने वाले पहली से पांचवीं तक के बच्चों के लिए दाखिला फीस पांच सौ रुपये है, जबकि छठी से बारहवीं तक के लिए एक हजार रुपये है। इसी तरह ट्यूशन फीस भी कक्षा एक से तीन तक तीन सौ रुपये, चौथी व पांचवीं के लिए ढाई सौ रुपये, छठी से आठवीं तक के लिए तीन सौ रुपये, नौंवीं से दसवीं के लिए चार सौ रुपये तथा 11वीं व 12वीं के लिए 500 रुपये प्रतिमाह ली जाएगी।
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