सत्य खबर, चण्डीगढ़
हरियाणा में पिछले महीने राज्यसभा की दो सीटों के लिए हुए चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा की जीत को कांग्रेसी उम्मीदवार अजय माकन ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी है। सोमवार को याचिका दायर करने के बाद माकन ने कहा कि एक बैलेट जो रिजेक्ट होना चाहिए था, उसे गलत तरीके से स्वीकार किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि किरण चौधरी ने का वोट रिजेक्ट हुआ है। जिस पर किरण ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादार रहने के लिए मुझे किसी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।
माकन ने कहा कि इस बैलेट को इंडिपेंडेंट कैंडिडेट के नाम पर वोट दिया गया। उनकी ओर से कांउटिंग के दौरान इस पर ऑब्जेक्शन किया गया कि इससे सीक्रेसी आउट हुई है मगर उनकी सुनवाई नहीं की गई। अब इन्हीं पाइंट्स को लेकर उन्होंने न्यायालय में याचिका दायर की है।
अजय माकन ने कहा कि इंडिपेंडेंट उम्मीदवार के पक्ष में वोट स्वीकार नहीं होना चाहिए था। यह किसी कांग्रेसी विधायक का वोट नहीं था। जिस जगह पर एक, दो, तीन लिखा जाना चाहिए था, वहां पर लिखा ही नहीं गया। कहीं दूसरी ओर लिखा गया, इसलिए चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए कोर्ट में याचिका दायर की है। किरण चौधरी का वोट हुआ था रद्द
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अजय माकन ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में किरण चौधरी का वोट भी रद्द हुआ है। किरण चौधरी ने बताया था कि मैंने तो टिक किया। हमने बेल्ट पेपर भी चेक किया था। किरण चौधरी ने बैलेट पेपर पर टिक किया था। जानबूझकर किया या गलती से किया, ये उन्हें ही बताना है। यह गलती भी हो सकती है। एक ओर गंभीर बात है कि हमारे अधिकारिक एजेंट ने कहा था कि हमारे पास 30 वोट पड़े हैं। अधिकारिक एजेंट को हर वोट दिखाया जा रहा था, जबकि 29 वोट निकले। इससे भी नुकसान हुआ। भाजपा जब पूरा चुनाव रद्द करवाने में जुटी हुई थी, तब भी हम आश्वासत थे कि हमारे पास 30 वोट हैं। ऐसे में अब हो सकता है कि उनकी भी गलती रही। दोनों की गलतियां एक साथ सांख्यिकी तौर पर असंभव लगती हैं। दोनों को आपस में बैठकर बताना होगा कि किसने गलती की और किसने जानबूझकर की। वहीं किरण चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि अजय माकन कई चुनाव हार चुके हैं, मेरी सहानुभूति उनके साथ है। किरण ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादारी का सर्टिफिकेट मुझे किसी से नहीं चाहिए। सोनिया गांधी जी सब जानती है।
ये था मामला
हरियाणा राज्यसभा की 2 सीटों पर 3 उम्मीदवार थे। चुनाव में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण पंवार की जीत तय थी। निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा और कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के बीच मुकाबला था। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष न बनाने से नाराज कुलदीप बिश्नोई ने निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन में क्रॉस वोटिंग कर दी। एक कांग्रेसी विधायक का वोट रद्द हो गया। जोकि किरण चौधरी का निकला।
राज्यसभा चुनाव में 90 विधायक थे। एक वोट की वैल्यू 100 होती है। राज्यसभा चुनाव के फॉर्मूले अनुसार 1 वोट कांग्रेस का रद्द हो गया। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने किसी को वोट नहीं दिया। 88 वोट काउंट होने के हिसाब से कृष्ण लाल पंवार को जीत के लिए 29.34 वोट चाहिए थे। लेकिन उन्हें 31 वोट मिले। उनके हिस्से में आए 1.67 वोट निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को चले गए। उन्हें कुल 29 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस का एक वोट रद्द हो जाने से माकन को भी 29 वोट मिले थे। इस हिसाब से पंवार को 2934 वैल्यू, कार्तिकेय को 2966 और माकन को 2900 वैल्यू मिली। इसके आधार पर पंवार और कार्तिकेय को विजयी घोषित कर दिया गया।
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