सत्यखबर, रोहतक
हरियाणा कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में रोहतक पुलिस का एक सिपाही भी संलिप्त है, जो मामला उजागार होने के करीब तीन दिन तक अपनी डयूटी पर भी आया, लेकिन अब वह भूमिगत हो गया है। वह एक डीएसपी की सुरक्षा में बतौर गनमैन नियुक्त था। मगर मामला सामने आते ही उसकी बदली एक थाने में की गई। जहां उसने दो दिन ड्यूटी की और फिर तीसरे दिन से वह थाने में भी आना छोड़ गया।उसके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे भी संपर्क नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि वह भूमिगत हो गया है और अब करनाल-कैथल सहित रोहतक पुलिस को भी उसकी तलाश है। हालंकि पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी सिपाही अफसरों के दरबार में अपने बचाव के लिए आया है।
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मगर मामला प्रदेशभर में प्रचलित है, जिस वजह से अफसर उसकी मदद नहीं कर पा रहे हैं।करनाल पुलिस ने रविवार को रोहतक निवासी सोनू और गद्दीखेड़ी निवासी उन्नत को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने रविवार को सोनू को अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है। जबकि उन्नत को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।करनाल जिले के इंद्री रोड पर गांव दरड़ के पास ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर पकड़े गए रोहतक के टिटौली निवासी अजय ने अपने गांव के ही अभिमन्यु से 7 लाख रुपए में आंसर-की खरीदी थी। अभिमन्यु ने आंसर-की गांव गद्दी खेड़ी जिला रोहतक निवासी सचिन से 14 लाख रुपए में खरीदी थी। जबकि सचिन ने आंसर-की का सौदा मूल रूप से चरखी दादरी के सोनू से किया था।
सोनू पहले रोहतक में ही कोचिग सेंटर चलाता था। गिरफ्तारी के बाद अभिमन्यु ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया था। इसके बाद पुलिस ने सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया था। आंसर-की मामले की सबसे पहली कड़ी के तौर पर सोनू मुख्य रूप से उभरकर सामने आया तो पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए थे। चौथे आरोपी उन्नत ने पूछताछ में बताया कि वह परीक्षा से एक दिन पहले आरोपी सचिन व अभिमन्यु के साथ अपना परीक्षा केंद्र ढूंढने करनाल आया था। आरोपी उन्नत अभिमन्यु व सचिन के साथ परीक्षा केंद्र पर जिस गाड़ी में बैठकर आया था, आरोपी के कब्जे से वह गाड़ी भी बरामद कर ली गई है।आरोपी प्रवेश झज्जर जिले के गांव महमदपुर माजरा का रहने वाला है। वह रोहतक के एक थाने में सिपाही के तौर पर तैनात रहा है तो वहीं पिता एसआई हैं, जो रोहतक में डायल 112 की गाड़ी पर तैनात हैं। उनकी पत्नी भी एक सरकारी विभाग में कार्यरत है। प्रवेश रोहतक बेल्ट में शामिल पेपर लीक आरोपियों का सरगना है। दूसरे की जगह परीक्षा देने वाले गिरोह को प्रवेश संचालित कर रहा था, एक व्यक्ति से तीन लाख रुपए लेता था।
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