सत्यखबर, दिल्ली
कोरोना संकट को बढ़ाने वाले तब्लीगी जमातियों से निपटने में जुटी हरियाणा सरकार के लिए दिल्ली के कर्मचारी चिंता के कारण बन गए हैं। ऐसे में हरियाणा सरकार ने दिल्ली से सटी अपने प्रदेश की सीमाएं सील करने के बाद वहां की सरकार से बात की है। दरअसल हरियाणा में दिल्ली के कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और दूसरे लाेगों में भी उनके कारण इस वायरस का संक्रमण फैला है।
हरियाणा ने की दिल्ली से सटी सीमाएं सील
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के निर्देश पर मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने दिल्ली के मुख्य सचिव से बात कर धड़ाधड़ बांटे जा रहे पास पर कड़ी नाराजगी जताई है। हरियाणा ने दिल्ली से कहा है कि पुलिस कर्मियों और सरकारी विभागों के कर्मचारियों की आवाजाही से प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीज बढ़ रहे हैं। इसलिए न तो नए पास जारी किए जाएं और न ही किसी कर्मचारी को आवाजाही की अनुमति प्रदान की जाए।
कर्मचारियों की आवाजही ने प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ा दी
पहले तब्लीगी जमातियों के चोरी छिपे भर जाने से परेशान था। अब दिल्ली में नौकरी करने वाले हरियाणा के कर्मचारियों की आवाजही ने प्रदेश सरकार की चिंता बढ़ा दी है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज पहले ही दिल्ली सरकार की इस ढिलाई पर नाराजगी जता चुके हैं। सोनीपत में 13 केस ऐसे सामने आए हैं,जो दिल्ली से संक्रमित हुए हैं। पानीपत में इनकी संख्या चार हो गई।
सोनीपत का जो पुलिसकर्मी दिल्ली में काम करता है,वह वहीं से संक्रमित होकर आया। उसकी बहन समालखा थाने में एसआई है। वह भी कोरोना संक्रमित हो गई,जिसकी वजह से उनके परिवार के बाकी दो सदस्य भी संक्रमित हो गए। हरियाणा सरकार को समालखा थाने के सत्तर पुलिस कर्मचारियों व तमाम स्टाफ को क्वारंटाइन करना पड़ा है। अनिल विज ने बताया कि हरियाणा के हजारों कर्मचारी और पुलिस बल दिल्ली में काम करता है। उन्हें वहीं पर रोके रखे जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। विज के अनुसार मुख्य सचिव ने हरियाणा सरकार की बात रख दी है। अभी वहां से कोई जवाब नहीं आया है। यदि दिल्ली सरकार कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने में हरियाणा का कोई सहयोग नहीं करती तो अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस बारे में केंद्र सरकार को सूचित किया जाएगा।
सरकारी अस्पतालों में ओपीडी खोलने का कोई इरादा नहीं
सवाल के जवाब में अनिल विज ने कहा कि अभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी खोलने का कोई इरादा नहीं है, क्योंकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय आठ लैब चल रही हैं। चार लैब और खुल सकती हैं। हर रोज करीब तीन हजार टेस्ट हो रहे हैं। अभी तक 21 हजार टेस्ट हो चुके हैं।
https://www.youtube.com/watch?v=ODOqhfm9MzE
Scrap aluminium refinement Aluminium scrap regulations Metal scrap market forecasting
Scrap metal reusability Ferrous material market outlook Iron scrap warehousing
Ferrous material logistics management, Iron and steel scrapping and regeneration, Metal scrap refurbishing services