सत्य खबर, झुंझुनूं
झुंझुनूं जिले की रहने वाली और हरियाणा में महिला आईएएस के भाई के खिलाफ ठगी का मामला सदर थाने में दर्ज हुआ है। यह ठगी आईएएस के भाई ने अपनी बहन और आईएएस जीजा के नाम से की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस संदर्भ में सदर थाने में नयासर निवासी विकास कस्वां ने मामला दर्ज करवाया है कि जालिमपुरा निवासी सिद्धार्थ तेतरवाल उसका दोस्त है, जिसकी बहन और जीजा, दोनों ही हरियाणा में आईएएस है। सिद्धार्थ तेतरवाल ने 2019 में उसे फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी लगाने के लिए नौ लाख रुपये मांगे। उसने बताया कि उसकी बहन और जीजा हरियाणा में बड़े अधिकारी हैं, जो उसकी सरकारी नौकरी लगवा देंगे। इसके बाद सिद्धार्थ, उसे हरियाणा भी ले गया, जहां उसे अपनी बहन और जीजा से मिलवाया। इसके बाद विकास कस्वां ने सिद्धार्थ तेतरवाल को छह लाख रुपये पहले दे दिए और तीन लाख रुपये ज्वाइनिंग होने के बाद देने थे। पैसे देने के बाद सिद्धार्थ तेतरवाल पीड़ित को कोलकाता ले गया, जहां पर एक फर्जी ओएमआर शीट पर साइन करवाया और एक कॉल लेटर भी भिजवाया। इसके बाद ज्वाइनिंग के लिए रांची ले गया लेकिन वहां पर ज्वाइनिंग नहीं हुई और बाद में फोन उठाने बंद कर दिए। अब जब उसे नौकरी नहीं मिली तो उसने पैसे वापिस मांगे तो वह पैसे भी वापिस नहीं दे रहा है। पुलिस ने इस मामले में विकास कस्वां की रिपोर्ट पर सिद्धार्थ तेतरवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सिद्धार्थ तेतरवाल की बहन और जीजा, दोनों ही हरियाणा कैडर के आईएएस हैं।
विकास कस्वां ने तो यहां तक आरोप लगाया है कि सिद्धार्थ तेतरवाल ने ना केवल उससे, बल्कि करीब आधा दर्जन युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर छह-छह लाख रुपये ठगे हैं। विकास कस्वां ने अपनी लिखित शिकायत में यहां तक आरोप लगाया है कि जब सिद्धार्थ तेतरवाल हरियाणा में अपनी बहन और जीजा से मिलाने के लेकर गया था, तो उन्होंने भी नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया था और कहा था कि सिद्धार्थ आप सभी को नौकरी लगवा देगा। आप तो पैसों की व्यवस्था करना। हालांकि पुलिस इस मामले में अभी खुलकर कुछ नहीं कह रही है लेकिन जांच में सारी स्थितियां साफ होंगी।
Scrap aluminium ecological impact Aluminium scrap emissions control Metal recycling consultancy