सत्य खबर, फरीदाबाद
ग्रेटर फरीदाबाद स्थित गांव बुढ़ैना निवासी युवक के प्यार की कहानी बर्मा बॉर्डर पर शुरू हुई और जेल में खत्म होने की कगार पर है। किशोरी बर्मा के म्यांमार की रहने वाली है। जानकारी के अभाव में बिना वीजा और पासपोर्ट के भारत आ गई और पुलिस ने उसे फॉर्नर एक्ट में जेल भेज दिया। अब युवक किशोरी के जमानत के लिए अदालत के चक्कर काट रहा है।
अधिवक्ता भीम सिंह ने बताया कि ग्रेटर फरीदाबाद में रहने वाले एक युवक को पश्चिम बंगाल में समारोह के दौरान एक किशोरी की फोटो दिखाई गई। युवक को पसंद आई और शादी की बात होने लगी। फरीदाबाद आने के बाद युवक ने बडे़ भाई से कहा कि शादी करना चाहता है। किशोरी बर्मा (म्यांमार) की थी।
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युवक के बड़े भाई ने किसी रिश्तेदार के माध्यम से किशोरी के परिवार से शादी की बात की। परिवार की रजामंदी के बाद किशोरी को फरीदाबाद लाना था। बॉर्डर पार करवाने की एवज में एक स्थानीय एजेंट ने तीस हजार रुपये की मांग की। रकम अदायगी के बाद भाई किशोरी को लेकर फरीदाबाद आ गया। रात करीब डेढ़ बजे सब घर पहुंचे, सुबह छह बजे पुलिस ने किशोरी और युवक के बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया।
किशोरी बिना पासपोर्ट वीजा के भारत आई थी। इसलिए उसे फॉर्नर एक्ट में नारी निकेतन भेज दिया गया। युवक के भाई को तस्करी के आरोप में जेल में बंद किया गया। अब युवक अपने भाई और होने वाली पत्नी की जमानत के लिए अदालत के चक्कर काट रहा है। केस की सुनवाई अगले सप्ताह होगी।
शादी हो जाती तो युवक भी होता जेल में
अधिवक्ता भीम सिंह का कहना है कि युवक की किस्मत एक जगह पर साथ दे गई कि उसकी शादी किशोरी के साथ नहीं हो पाई। इससे पहले कि परिवार के लोग रीति-रिवाज से शादी का आयोजन करते पुलिस ने किशोरी को पकड़ लिया। पुलिस के मुताबिक, लड़की की उम्र 16 साल है।
ऐसे में यदि शादी हो जाती तो युवक पर पॉक्सो एक्ट और नाबालिग से शादी करने का मामला दर्ज हो जाता। हालांकि किशोरी दावा कर रही है कि उसकी उम्र 18 से ऊपर है। उसके रिकार्ड बर्मा में हैं। इसकी पुष्टि के लिए अदालत से आदेश करवाकर कागजात मंगवाने होंगे। जमानत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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