सत्य खबर । चंडीगढ़
भारतीय वन सेवा (आइएफएस) से स्वैच्छिक सेवानिवृति (वीआरएस) लेने वाले हरियाणा कैडर के सीनियर अधिकारी आलोक वर्मा हरियाणा लोक सेवा आयोग के नए चेयरमैन बन गए हैं। उनकी नियुक्ति छह साल के लिए होगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने आलोक वर्मा को राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में पद की निष्ठा व गोपनीयता की शपथ दिलाई।
हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन पद से आरके पचनंदा 22 अक्टूबर को रिटायर हुए हैं। उनका इस पद पर कार्यकाल सवा साल रहा, क्योंकि उनकी उम्र हो चुकी थी।
आलोक वर्मा मुख्यमंत्री कार्यालय में भी रहे व एडीसी टूर की जिम्मेदारी निभा रहे थे। फिलहाल वह हरियाणा टूरिज्म डिपार्टमेंट में प्रधान सचिव तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी संरक्षक वार्डन के पद पर कार्यरत थे। इस पद से इस्तीफा देते हुए उन्होंने आइएफएस सेवाओं से भी वीआरएस ले ली। उनका इस्तीफा दो दिन पहले ही मंजूर हो चुका था।
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आलोक वर्मा से पहले सीआइडी के ओएसडी आलोक मित्तल का भी कुछ समय के लिए नाम चला, लेकिन सीआइडी में किसी भरोसेमंद अधिकारी के अभाव के चलते आलोक वर्मा को हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी दी गई।
हरियाणा लोक सेवा आयोग प्रथम व द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों की भर्तियां करता है। एचसीएस अधिकारी आयोग की ओर से ही नियुक्त किए जाते हैं।
राजभवन में आयोजित समारोह में विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, हरियाणा रियल एस्टेट नियामक प्रधिकरण के चेयरमैन डा. केके खंडेलवाल, वित्तायुक्त (राजस्व) एवं आपदा प्रबंधन संजीव कौशल, राज्यपाल की सचिव डा. जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, हरियाणा के महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन प्रमुख रूप से शामिल हुए।
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