सत्य खबर, चण्डीगढ़। सीडीएस बिपिन रावत समेत कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी 13 लोगों को आज अंतिम विदाई दी जाएगी. इन सभी का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए पंचकूला के ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को सबसे पहले दिल्ली कैंट में अंतिम विदाई दी गई.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को बरार स्क्वायर श्मशान घाट में श्रद्धांजलि दी. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए पंचकूला के वीर सपूत ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर को श्रद्धांजलि दी.ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे, लेकिन बाद में उनका परिवार हरियाणा के पंचकूला में शिफ्ट हो गया. उनका घर पंचकूला सेक्टर-12 में है. फिलहाल वो अपनी पत्नी गीतिका और 16 वर्षीय बेटी के साथ दिल्ली में रह रहे थे. उनके पिता स्वर्गीय कर्नल मेहंदी सिंह 1989 में पंजाब से पंचकूला आ गए थे. हालांकि पंचकूला जाने से पहले ब्रिगेडियर लिड्डर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडकवासला चले गए थे. ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर के पिता भी आर्मी में थे, इसलिए उन्होंने देश भर में अलग-अलग जगहों पर अपनी पढ़ाई की.
उनकी मां वर्तमान में अपनी बहन सुखविंदर चीमा के साथ रह रही हैं, जो कसौली के पास सनावर के लॉरेंस स्कूल में मुख्य अध्यापिका हैं. दुखद खबर सुनते ही दोनों तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गए. सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से अलंकृत ब्रिगेडियर एलएस लिड्डर को भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होने के बाद दिसंबर 1990 में जम्मू और कश्मीर राइफल्स की दूसरी बटालियन में शामिल किया गया था.
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