सत्य खबर, चण्डीगढ़
महशूर पंजाबी गायक सिद्दू मुसेवाला हत्याकाण्ड में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। वहीं इस मामले में सोच से भी अधिक आरोपी पाए जा रहे हैं। जिनकी गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। वहीं बुधवार को बहादुरगढ़ पुलिस की स्पैशल टीम ने पकड़े गए शूटर प्रियर्वत फौजी से हुए खुलासे के बाद उसके साथी मोहित को सोनीपत से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। वहीं मोहित को सोनीपत अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
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कौन है मोहित
मोहित और फौजी गैंगस्टर अजय उर्फ बिट्टू के पिता कृष्ण की बरोणा गांव में गोली मारकर हत्या करने के मामले में भी आरोपी हैं. वहीं मोहित कई गैंगवार में भी शामिल रहा है. रामकरण बैंयापुर गैंग की दुश्मन संदीप बड़वासनी गैंग के सरगना सन्दीप बड़वासनी के हत्याकांड में भी यह शामिल बताया जा रहा है. हरियाणा पुलिस ने मोहित पर 30 हजार का इनाम घोषित किया था. बहादुरगढ़ एसटीएफ प्रभारी विवेक मलिक ने जानकारी दी कि प्रियव्रत फौजी के साथी मोहित को गिरफ्तार किया गया है. मोहित की गिरफ्तारी सोनीपत से ही हुई है.
मोहित और फौजी ने सोनीपत के गांव बरोणा में कृष्ण नाम के शख्स की हत्या की थी और संदीप बड़वासनी गैंग के मुख्य सरगना संदीप बड़वासनी हत्याकांड में भी शामिल था. यह दोनों सोनीपत की रामकरण गैंग के शार्प शूटर थे. इस पर 30 हजार का इनाम रखा गया था. जिसे कोर्ट में पेश कर 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है ताकि अन्य वारदातों का पता लगाया जा सके. प्रियव्रत फौजी और मोहित ने 18 मार्च 2021 को गैंगस्टर अजय उर्फ बिट्टू बरोणा के पिता की हत्या की वारदात को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. सिद्दू मूसेवाला मर्डर केस में मुख्य शार्प शूटर प्रियव्रत फौजी के साथी मोहित को बहादुरगढ़ एसटीएफ ने सोनीपत से ही गिरफ्तार किया है. प्रियव्रत फौजी को दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गुजरात से गिरफ्तार किया था. ये दोनो सोनीपत की रामकरण बैंयापुर गैंग के शार्प शूटर हैं. रामकरण बैंयापुर अभी जेल में है. सोनीपत के ही संदीप बड़वासनी गैंग के मुख्य सरगना संदीप बड़वासनी के हत्याकांड में भी मोहित शामिल बताया जा रहा है. दोनों मामलों में यह फरार चल रहा था.
शूटर प्रियव्रत फौजी भारतीय सेना का जवान रहा है. वो पहलवानी भी करता था. स्टेट लेवल पर प्रियव्रत कई मेडल भी जीत चुका था, लिहाजा स्पोर्ट्स कोटे से वो भारतीय सेना में भर्ती हो गया. प्रियव्रत की पोस्टिंग महाराष्ट्र के पूना में हुई और वहीं से उसने दसवीं की पढ़ाई की. तीन साल प्रियव्रत ने भारतीय सेना में सेवाएं दी. उसके बाद वो सेना की नौकरी छोड़ कर गांव आ गया. गांव आने के बाद प्रियव्रत अपराध की दुनिया में मोस्ट वांटेड बन गया.
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