सत्य खबर, हिसार
महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 18 करोड़ से अस्थाई चहारदीवारी बनाई जाएगी। करीब 18 कराेड़ इस पर खर्च होंगे। इस चहारदीवारी से एयरपोर्ट के दूसरे फेज में होने वाले कामों की सुरक्षा की जाएगी। यह चहारदीवारी करीब 14 किमी की होगी। यह चहारदीवारी पूरी तरह से अस्थाई होगी यानि भविष्य में तीन चरणों का काम समाप्त होने के बाद इसे स्थाई रूप से बनाया जाएगा। इस लिए अब जो चहारदीवारी बनेगी वह पिलर की बनेगी और इस पर कंटीले तार लगाए जाएंगे। हिसार एयरपोर्ट के लिए अभी 7200 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है इसमें से मात्र 3600 एकड़ जमीन की चहारदीवारी है।
हाल ही में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला हिसार एयरपोर्ट पर पहुंचे थे। उन्होंने सिविल एविएशन और बीएंडआर अधिकारियों के सामने यह बात उठाई थी कि रनवे बनने के बाद इसकी बाहरी सुरक्षा की जाए। तब अधिकारियों ने कहा था कि तीसरे चरण के बाद ही यह मुमकिन हो सकता है अगर अभी चहारदीवारी की तो भविष्य में इसे तोड़ना पड़ सकता है क्यूंकि एयरपोर्ट का विस्तार अभी और होगा। 3200 एकड़ जमीन का अधिग्रहण और होना है। इस पर दुष्यंत चौटाला ने अस्थाई दीवार बनाने को कहा था ताकि उसका इस्तेमाल बाद में भी लिया जा सके।
इसके बाद बीएंडआर ने चहारदीवारी बनाने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए एस्टीमेट बनाकर अप्रूवल के लिए चंडीगढ़ भेज दिया है। एयरपोर्ट पर फिलहाल दूसरे फेज के काम जारी है। सरकार का लक्ष्य है कि अक्टूबर तक एयरपोर्ट संचालित हो जाए। उसके लिए रनवे का निर्माण और चहादीवारी महत्वपूर्ण है। रनवे के काम पूरा होने का लक्ष्य अप्रैल रखा गया है। अभी रनवे पर लाइटें लगाने के टेंडर लगाए हुए हैं। इसके बाद रनवे पर कंकरीट की लेयर बिछाई जाएगी।
-राज्य सरकार 900 करोड़ का निवेश करेगी
महाराजा अग्रसेन हिसार हवाई अड्डे पर अब जल्द ही मैन्युफेक्चरिंग क्लस्टर बनाया जाएगा। इसके लिए प्रोसेस शुरू कर दिया गया है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर 900 करोड़ रुपये की राशि का निवेश करने का निर्णय लिया गया है। हवाई अड्डे के आस-पास मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर बनाने की कार्य योजना तैयार की जा रही है, इसके बाद यहां मास्टर प्लान तैयार करके निवेश के लिए बोली प्रक्रिया को आरंभ की जाएगा। फिलहाल चार मल्टीनेशनल कंपनियों ने निवेश में अपनी रुचि दिखाई है। सरकार की योजना है कि हिसार हवाई अड्डे के आस-पास बड़े-छोटे जहाज की मेंटेनेंस और ओवरहालिंग जैसे कार्य हों, ताकि निवेश के साथ-साथ रोजगार के भी अवसर बने।
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