सत्य खबर, बहादुरगढ़ । नोएडा के एक एडवोकेट के घर 2 करोड़ की चोरी के मामले में 50 लाख की हेराफेरी कर बगैर कार्रवाई ही मामला निपटा दिया गया। ऐसा करने वाला बहादुरगढ़ के लाइनपार थाना पुलिस का हेड कॉन्स्टेबल कानून के शिकंजे में आ गया है। बहादुरगढ़ पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके उसके दोस्त के यहां से सूटकेस में भरे 40 लाख रुपए बरामद भी कर लिए हैं, लेकिन 10 लाख की रिकवरी होना अभी बाकी है। साथ ही आरोपी हेड कॉन्स्टेबल राजेन्द्र को कोर्ट से 4 दिन के रिमांड पर भी लिया गया है। रिमांड के दौरान पुलिस उससे असली राज खुलवाने की कोशिश करेगी कि आखिर उस रात थाना में हेराफेरी के खेल से और कौन जुड़ा था।
बता दें कि 15 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित एक वकील गीता चौधरी के घर से करीब दो करोड़ कैश चोरी हो गया था। मकान में काम करने वाले नौकर उमेश ने ही साथी गोलू के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वे दोनों शातिर बहादुरगढ़ में लाइनपार स्थित अपने परिचित राजकुमार के पास आ गए। देर रात बैग के साथ दोनों युवक आए तो राजकुमार को शक हुआ। संयोग वश कुछ समय बाद गीता चौधरी का राजकुमार के पिता के पास उमेश के संबंध में फोन आ गया। जब दोनों सो रहे थे तो राजकुमार ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही ईआरवी टीम मौके पर पहुंची। दोनों युवकों को बैग समेत काबू कर लिया गया।
बैग में काफी मात्रा में रुपए थे। इसके बाद हैड कॉन्स्टेबल राजेंद्र एक होमगार्ड के साथ वहां गया। उमेश और गोलू को काबू किया गया। करीब डेढ़ बजे पुलिस इन्हें थाने ले आई। फिर कुछ समय बाद गीता व उसका पति भी थाने आ गए। वे बोले कि हम नोएडा में ही कार्रवाई कराएंगे। जाते वक्त उन्होंने यह भी कहा कि 50 लाख रुपए कम हैं। किसी तरह यह भनक अधिकारियों के कानों तक पहुंच गई। इसके बाद 16 दिसंबर को एसपी वसीम अकरम, एएसपी विक्रांत भूषण सहित अन्य अधिकारी दिनभर तफ्तीश में जुटे रहे।
जांच में 50 लाख के घपले की बात सामने आई। यह भी सामने आया कि रुपयों और पकड़े गए चोरों को बिना आवश्यक कार्रवाई जाने दिया। इस लापरवाही और अनदेखी पर संज्ञान लेते हुए एसपी वसीम अकरम ने एसएचओ लाइनपार अशोक कुमार और हेड कॉन्स्टेबल राजेन्द्र को सस्पेंड कर दिया। साथ ही हेड कॉन्स्टेबल राजेंद्र की अहम भूमिका पाए जाने पर उसके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया।
हवलदार ने अपने साथी के घर छिपाए पैसे
इस मामले के अहम आरोपी हेड कॉन्स्टेबल राजेंद्र ने 15 दिसंबर की रात आनन-फानन में मामला निपटाकर 50 लाख के नोटों से भरा सूटकेस रात में ही लाइनपार एरिया में रहने वाले अपने दोस्त संदीप को दे दिया था। पुलिस ने राजेन्द्र से पूछताछ की तो उसके घर से पैसे बरामद हुए। लेकिन बरामदगी 40 लाख की हुई है। ऐसे में अभी 10 लाख की हेराफेरी का और पता लगाना बाकी है। वहीं संदीप को पुलिस ने इस मामले में मुख्य गवाह बना लिया है। संदीप ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल राजेन्द्र ने तो उसे यह कहकर पैसों से भरा बैग दिया था कि उसके एक रिश्तेदार के घर पर रेड पड़ी है। यह पैसे उसके हैं। रात को अपने पास रख लो, सुबह मैं ले लूंगा। संदीप का कहना है कि इस तरह की हेराफेरी के पैसे होने के बारे में उसे जानकारी नहीं थी।
खंगाली जा रही कॉल डिटेल
मामले की जांच कर रहे डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि आरोपी हेड कॉन्स्टेबल राजेन्द्र को 4 दिन के रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान उससे सख्ताई से पूछताछ की जाएगी। अभी तक हेराफेरी के मामले में एसएचओ की भूमिका नहीं मिली है, लेकिन राजेन्द्र और एसएचओ के फोन की कॉल डिटेल निकलवाई है।
गीता चौधरी से भी होगी पूछताछ
नोएडा के जिस मकान से दो करोड़ रुपए चोरी करके लाए गए थे, उसके मालिक से भी पूछताछ के लिए पुलिस जाएगी। गीता चौधरी और उनके पति प्रशांत चौधरी रात को ही लाइन पार थाने में पहुंचे थे। बताया जाता है कि उन्हें जब पुलिस की ओर से पैसों से भरे बैग सौंपे गए तो उनमें डेढ़ करोड़ रुपए ही मिले थे। 50 लाख रुपए कम होने पर शोर मचा था। अब पुलिस उनसे भी पूछताछ करेगी। हालांकि गीता चौधरी नोएडा में कहां रहती हैं, यह पुलिस ने अभी स्पष्ट नहीं किया है। पुलिस की जांच में अभी तक 40 लाख की हेराफेरी सामने आई है, लेकिन असली सच्चाई वकील दंपति से पूछताछ के बाद ही सामने आएगी।
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