सत्य खबर, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly) में अफीम चरस और ड्रग्स (Drugs) का कारोबार खूब फल-फूल रहा है और थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार इन तस्करों पर कार्रवाई भी की जा रही है, उसके बाद भी ड्रेग तस्कर बाज नहीं आ रहे हैं. आज एसटीएफ (STF) और नारकोटिक्स की टीम (Narcotics) ने बड़ी सफलता हासिल की है. बरेली के फरीदपुर के पड़ेरा गांव तस्कर को पकड़ा है. तलाशी के दौरान उसके पास कार में 6 किलो अल्प्राजोलम, 730 ग्राम हेरोइन मिली है. इसकी इंटरनेशल बाजार में कीमत 7 करोड़ रुपये बताई जा रही है. वहीं इसके साथ 10.30 लाख रुपए कैश मिले हैं. आरोपी ने बताया कि वह नशे की इस खेप को सहारनपुर सप्लाई करने के लिए ले जा रहा था.
ड्रग्स तस्कर को पकड़ने के लिए दोनों टीमें पीछा कर रही थी और जैसी ही तस्कर की भनक लगी तो टीम ने दबोच लिया. तस्कर काफी लंबे समय से इस कारोबार को करता है और वह इसकी सप्लाई बहार जिलों में भेजता है. तस्कर कई बार इस कारोबार में पकड़ा गया है और जेल भी गया है.
एसटीएफ के प्रभारी ने दी जानकारी
एसटीएफ टीम के प्रभारी अजय पाल सिंह ने बताया कि तस्करों पर काफी समय से कार्रवाई की जा रही है और तस्कर अभी बीच में अंडरग्राउंड भी हो गए थे. पुलिस जब यूपी चुनाव में व्यस्त थी तो तस्करों ने अपना कारोबार फिर से चालू कर दिया. काफी लंबे समय से इस तरह की सूचना आ रही थी. आज हमने अपनी टीम के साथ तस्कर को ड्रग्स के साथ पकड़ लिया.
बरेली के कई मोहल्लों में हो रहा है नशे का कारोबार
नशीले पदार्थों का कारोबार बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र के कई मोहल्लों में फल फूल रहा है. इतना ही नहीं थाना बारादरी के गेट के सामने ही ड्रग्स और चरस पीते लोग मिल जाएंगे. पुलिस इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं करती है. बारादरी थाना क्षेत्र के ऐसे तमाम मोहल्ले हैं- गंगापुर, हजियापुर, पुराना शहर, शामत गंज चौराहा इन जगहों पर ड्रग्स और चरस का कारोबार खूब फल फूल रहा है. पुलिस इन लोगों पर कोई भी कार्रवाई नहीं करती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस का इन लोगों से महीना बंधा हुआ है और पुलिस इनसे हर महीने पैसे लेती है कई लोगों ने तो थाने में भी शिकायत की उसके बाद कोई भी कार्रवाई नहीं हुई.
Sell aluminum scrap Aluminum scrap material testing Scrap metal import regulations