70 lakh house bought in 1 year
सत्य खबर, इंदौर
इंदौर क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ी फर्जी SDM नीलम पाराशर ने तेजाजी नगर पुलिस के सामने कई और चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने अपनी पढ़ाई को लेकर भी पुलिस से झूठ बोला। पुलिस अफसरों ने जब उससे डिग्री मांगी तो वह कोई दस्तावेज नहीं दे सकी। वह अलग-अलग कॉलेज से पढ़ाई कर ग्रेजुएट होने की बात करती रही। पुलिस पूछताछ में वह रो-रो कर अपनी सच्चाई बता रही है।70 lakh house bought in 1 year
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नकली SDM नीलम पाराशर ने तेजाजी नगर पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने ठगी के रुपए से देवगुराड़िया में करीब 70 लाख का मकान खरीदा। फिलहाल वह शिखर जी इलाके में किराये से रहती है। उसने आंगनवाड़ी में पहली नौकरी की, इसके अलावा कभी कोई नौकरी नहीं की। वहीं से उसे सरकारी कामकाज का हल्का-फुल्का नॉलेज मिला और दौरे पर आने वाले अफसरों के निरीक्षण से उनकी बॉडी लैंग्वेज सीखना शुरू कर दी। शुरुआत से अफसरी करने का चस्का उसके दिमाग पर चढ़ा था। इसलिए नौकरी छोड़ वह लोगों से अफसरों जैसा व्यवहार करने लगी। इस दौरान वह कई लोगों से ठगी करती गई। वह पुलिस को कभी भोपाल तो कभी इंदौर के MGM कॉलेज से पढ़ाई करने की बात बताती रही।70 lakh house bought in 1 year
कपड़े सिलवाने जाती थी उस टेलर ने मिलवाया था
कलेक्टर ऑफिस में नौकरी के नाम पर भी SDM नीलम पाराशर ने तेजाजी नगर में रहने वाले एक परिवार के साथ लाखों की ठगी की थी। इस मामले में उसने बताया कि वह इलाके में ही एक टेलर के यहां कपड़े सिलवाने जाती थी। उसने टेलर की पत्नी से दोस्ती कर ली थी। वह खुद को SDM बताकर कलेक्टर ऑफिस के साथ कई डिपार्टमेंट में अच्छी पकड़ होने की बात करती थी। वहां पीड़ित की पत्नी भी कपड़े सिलवाने आती थी। टेलर की पत्नी ने कहां था कि SDM नीलम पाराशर उसकी नौकरी लगवा सकती है। बस इसी का फायदा उठाकर आरोपी नीलम पाराशर ने उसे भी ठग लिया।70 lakh house bought in 1 year
पहले ठगी कर जेवर खरीदे फिर इन्हें गिरवी रखकर पैसा ले लिया
पूछताछ में फर्जी SDM नीलम पाराशर ने बताया कि उसने लोगों से ठगी कर जो भी जेवर हथियाए, उन्हें ज्वेलर के यहां गिरवी रख दिया। कुछ जूलरी देकर अपने लिए दूसरे जेवर बनवा लिये। पूछताछ में लोगों द्वारा जितनी जूलरी का दावा किया गया, नीलम ने पुलिस को उससे कम ही जूलरी का रिकॉर्ड बताया। लेकिन जब पुलिस ने पीड़ितों को सामने बुलाकर SDM से पूछताछ की तो वह टूट गई। तब उसने अपने ही द्वारा पूरे रुपए की ठगी करने की बात बताई। नीलम ने बताया कि सराफा के ज्वेलर से खरीदी गई जूलरी को भी उसने बेच दिया। इसे बेचकर जो पैसा मिला, उसे मकान में लगा दिया। वहां पर दिवाली पर शिफ्ट होने वाली थी। अभी किराए के मकान में ही रह रही थी।
पति से बिल्डरशिप का काम छुड़ाया
पुलिस के मुताबिक नीलम पाराशर के दो बच्चे हैं। उसका पति अनिरुद्ध बिल्डरशिप के पेशे से जुड़ा है। ठगी से हो रही कमाई के चलते नीलम ने अपने पति का काम छुड़ा दिया और खुद के साथ काम करने का ऑफर दिया। पति के राजी होने के बाद वह जहां भी जाती थी अपने पति के भी सरकारी डिपार्टमेंट में अफसर होने का दावा करती, लेकिन पति अनिरूद्व से किसी को मिलवाती नहीं थी। वह यही बताती थी कि पति सरकारी काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं।70 lakh house bought in 1 year
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