कही सीवरेज को सड़क के नीचे ही दबा दिया तो कही सड़क से आधा आधा फीट उपर ही छोड़ दिया
डिवाईडर बनाने के नाम पर सडक को एक तरफ ज्यादा बढा दिया जबकि एक तरफ कम
संगठन ने डीसी से की मांग: इन अनियमितताओं को ठीक करवाया जाए
सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: रोहतक रोड पर बन रही सड़क में विभिन्न अनियमितताओ का बोलबाला देखने को मिल रहा है। कहीं पर सीवरेज के मैन होलों को सड़क के नीचे दबा दिया गया है तो कहीं मैन होलों को सड़क से आधा आधा फीट उपर ही छोड दिया गया है। सबसे बडी अनियमितता तो यह देखने को मिल रही है की डिवाईडर बनाने के लिए सड़क को एक तरफ से एक मीटर ज्यादा बढा दिया गया जबकि दुसरी तरफ से कम। इतना ही नही सडक के बीचों बीच जो डिवाईडर बनाया जा रहा है उसमें साथ साथ स्ट्रीट लाईटे नही लगाई जा रही। जीन्द विकास संगठन ने जीन्द के डीसी डा आदित्य दहिया से इन अनियमितताओं को दूर करवाने की मांग की है। जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि रोहतक रोड पर पहले जो सडक थी वह 10 मीटर चौड़ी थी। अब डिवाईडर बनवाने के लिए इसको 11 मीटर चौडा कर दिया गया। जो एक मीटर चौडाई बढी वह दोनों तरफ से आधा आधा मीटर बढऩी थी लेकिन संबंधित विभाग ने इससे एक तरफ से ही बढ़ा दिया। सडक हमेशा दोनों तरफ के बने मकानों या दुकानों के बीचो बीच नजर आती है लेकिन अब सडक एक तरफ से बढ़ी नजर आ रही है। यह विभाग की बड़ी अनियमितता है। इस अनियमितता के चलते देवीलाल चौक से रोहतक रोड़ बाईपास की तरफ जाते हुए बाई तरफ का कच्चा रास्ता कम हो गया है। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को कई बार अगाह किया गया लेकिन अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया।
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राजकुमार गोयल का कहना है कि इसके अलावा रोहतक रोड़ पर सड़क बनाते समय कई जगह पर अमरूत योजना के बडे बडे मैन होलों को सडक के अंदर ही दबा दिया गया जो कितनी बढ़ी अनियमितता है। जब कभी भी मैन होल खोलने की जरूरत पडेगी तो सडक को ही उखाडना पड़ेगा। इसके अलावा कई जगह पर सीवरेज के मैन होलो को सडक से आधा आधा फीट उपर ही छोड दिया गया है जो लगातार दुर्घटनाओं को बढावा देने का काम करेगा। रात के अन्धेरे में सड़क के बीचों बीच आधा आधा फीट उपर की तरफ बढाए गए ये सीवरेज के मैन होल नजर नही आयेगें और इन पर लगातार दुर्घटनाएं होने की सम्भावनाएं रहेगीं। जीन्द विकास संगठन के अध्यक्ष राजकुमार गोयल का कहना है कि इतना ही नही सड़क के बीचों बीच जो डिवाईडर बनाया जा रहा है। मजदूर अपने स्तर पर ही इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं अफसर आकर इसे चैक नही कर रहे। इसके अलावा डिवाईडर में गलियों के अनुसार जो कट लगने थे। उनमें भाई भतीजावाद बरता जा रहा है। सिफारिशों के चलते कही तो साथ लगती छोटी छोटी गलियों में भी कट लगाए जा रहे हैं वहीं दुसरी ओर जिन गलियों में स्कूल इत्यादि है उनमें कट छोडे ही नही जा रहे। गोयल का कहना है कि इतना ही नही डिवाईडर के बीच में स्ट्रीट लाईटे भी नही लगाई जा रही। कुछ महीने पहले जब सडक को नई बनाने के नाम पर उखाड दिया गया था उस समय सडक के दोनों तरफ लाखों रूपये की कीमत की लगी स्ट्रीट लाईटो की वायरिंग वगेरा भी साथ ही उखाड दी गई थी। तब से ये लाईटे सफेद हाथी बनी हुई थी। रोहतक रोड़ के वासी इतंजार कर रहे थे कि जब डिवाईडर बनेगा तब इन लाईटों को डिवाईडर पर लगाकर उनकी सुध ली जाएंगी लेकिन अब इन लाईटों की तरफ कोई ध्यान नही दिया जा रहा। अब तो इन स्ट्रीट लाईटों के पाईप डिवाईडर बनाते समय साथ ही दब जाते बाद में डिवाईडरों को फिर उखाडना पडेगा। गोयल ने डीसी डा आदित्य दहिया से मांग की है कि इन सब अनियमितताओं को दुर करवाया जाए।
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