सत्य खबर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : Negligence employees of Gurugram Police’s RTI branch refuse to accept applications in violation of the Act.
एक तरफ तो गुरुग्राम पुलिस आए दिन जिले के किसी न किसी क्षेत्र गांव कंपनी सोसाइटी और सार्वजनिक स्थानों पर जा-जाकर जिले वासियों को जागरूक कर सुर्खियां बटोर रही है, वहीं दूसरी तरफ पुलिस कमिश्नरी में बैठे आरटीआई शाखा में बैठे लापरवाह कर्मचारी पुलिस की छवि को धूमिल बदनाम कर रहे हैं, वही आरटीआई एक्ट 2005 का उल्लंघन कर विभाग को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। गुरुग्राम पुलिस के जन सूचना अधिकारी को एक जागरूक शहरवासी ने 7 बिंदुओं पर आरटीआई एक्ट 2005 के तहत सूचना जांच रिपोर्ट फाइल निरीक्षण व सत्यापित प्रति लेने के लिए आवेदन किया था। जो कि आवेदन मेल के द्वारा भेजा था तथा उसी समय आरटीआई शाखा में नगद फीस जमा कराने के लिए गए तो आरटीआई शाखा में बैठे लापरवाह अधिकारी भड़क उठे।
Also Read:पहलवान विवाद में बृजभूषण शरण को 2 दिन की अंतरिम जमानत मिली
उन्होंने आवेदक को जहां अपमानित किया उसके साथ दुर्व्यवहार किया तथा कई तरह से मानसिक प्रताड़ित करते हुए कहा कि हम नक़द फीस जमा नहीं करेंगे पोस्टल आर्डर लेकर आओ या हार्ड कॉपी लेकर आओ और कार्यालय से बाहर कर दिया। वही मेल के बाद ही तुरंत मेल डोंट एक्सेप्ट आरटीआई एप्लीकेशन लिख कर वापस मेल द्वारा रिप्लाई कर दी। जिसकी शिकायत भी पुलिस आयुक्त डीजीपी हरियाणा, मुख्य सचिव सहित सूचना आयोग हरियाणा में भी भेज दी गई है। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि गुरुग्राम पुलिस केवल सुर्ख़ियो में बने रहने के लिए फर्जी वाहवाही लूटने में लगी हुई है। धरातल पर उनका रवैया बहुत ही खराब है, वही पुराना सोतेला दबंगी और लापरवाही का ही सामने नजर आ रहा है। यह तो मामला आरटीआई का था। वही अन्य कई ऐसे हाईप्रोफाइल मामले थानों में दबे पड़े हैं, जिसमें सुविधा शुल्क, राजनीतिक दबाव, भ्रष्टाचार और पद का दुरुपयोग के चक्कर में लोगों को फर्जी मामलों में फसाया जा रहा है। जबकि हत्या, महिला उत्पीड़न जैसे संगीन मामलों के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।
Also Read:इन अभिनेत्रियों ने अपने दम पर हिट कराई थी फिल्म, कमाई भी 100 करोड़ के पार