्रचमार संघर्ष समिति ने एससी कैटेगरी के वर्गीकरण बहाली का किया विरोध
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :-
हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति की बैठक रविदास मोहल्ला में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता ऋषिपाल मुवाल ने की। बैठक को सम्बोधित करते ऋषिपाल मुवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को कबीर जयन्ति के अवसर पर एससी कैटेगरी के अन्दर वर्गीकरण बहाली की जो घोषणा की गई है। उसका हरियाणा प्रदेश चमार संघर्ष समिति आलोचना करती है। जब सुप्रीम कोर्ट ने वर्गीकरण को असंवैधनिक बताया हुआ है, तो हरियाणा का सीएम अपने आप को संविधान से भी उपर मानते हंै और एक साल के अन्दर अनुसूचित जाति में वर्गीकरण की बहाली के लिए कह रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बैकलॉग एससी का भरने के बजाय एससी समाज को बांटने का कार्य कर रहे है। जब सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में साफ कहा है कि अनुसूचित के अन्दर वर्गीकरण नहीं हो सकता, तो हरियाणा के मुख्यमंत्री हमारे समाज को आपस में क्यों लड़वा रहे है? सिर्फ एक वोट बैंक के लिए, जिस प्रकार 1994 के अन्दर भजन लाल ने वर्गीकरण किया था। गजेसिंह मुवाल ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ वर्गीकरण के खिलाफ लड़ाई लड़ी व हाईकोर्ट से वर्गीकरण को समाप्त करवाया। इसके पश्चात् भजनलाल कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाया। यही काम मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हमारा भाईचारा खराब करने की कोशिश कर रही है। अगर इस एक्ट के खिलाफ सरकार में शामिल पदाधिकारी (चमार समाज) के विरोध नहीं करते, तो आने वाले विधान सभा चुनाव में उनका बहिष्कार किया जायेगा। बैठक में मा. पंजाब सिंह, हरि राम, हरेन्द्र कुतुबपुर, धर्मेन्द्र चौहान, नफेसिंह, खेमचन्द भआदि उपस्थित थे।