शुभमन गिल ने भारत को दिलाई चौथे टेस्ट मैच में जीत
सत्य खबर/नई दिल्ली:
रांची में भारतीय टीम ने इंग्लैंड की टीम को पांच विकेट से हरा दिया. चौथे टेस्ट मैच में जीत के साथ ही भारत ने सीरीज पर भी कब्जा कर लिया. इस मैच में जीत के हीरो रहे ध्रुव जुरेल को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया. लेकिन, दूसरी पारी में शुभमन गिल के 52 रनों की बदौलत ही भारत की जीत सुनिश्चित हो सकी. जिसके चलते सोशल मीडिया पर इस खिलाड़ी को लेकर फैंस का व्यवहार बदल गया. अब उनकी तारीफ हो रही है.
शुभमन गिल ने किया ये बड़ा कारनामा!
आपको बता दें कि सीरीज का पहला मैच फ्लॉप साबित होने के बाद सोशल मीडिया पर हर जगह शुभमन गिल को ट्रोल किया गया था. लेकिन इसके बाद उन्होंने विशाखापत्तनम टेस्ट में वापसी की और शानदार शतक लगाया. इसके बाद गिल का बल्ला नहीं रुका और राजकोट टेस्ट में भी उन्होंने 91 रन की अहम पारी खेली. फिर अगला रांची टेस्ट था, जहां उन्होंने दिल जीत लिया। उन्होंने ध्रुव के साथ मिलकर 71 रनों की नाबाद साझेदारी की और टीम की जीत पक्की कर दी.
मैच में उन्होंने 124 गेंदों का सामना किया और नाबाद 52 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से दो शानदार छक्के भी देखने को मिले. उन्होंने इस पारी में बेहद सूझबूझ भरी बल्लेबाजी करते हुए भारत को जीत की दहलीज तक पहुंचाया. यह युवा क्रिकेटर अब 342 रनों के साथ इस सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने मैच के बाद कहा कि इंग्लैंड के गेंदबाजों ने हम पर दबाव बनाया, लेकिन हमारे शुरुआती बल्लेबाजों ने हमें अच्छी शुरुआत दी, कुछ विकेट गंवाने से दबाव आ गया. लेकिन ज्यूरेल ने बाहर आकर दबाव हटा दिया।
शुबमन गिल ने आगे कहा, ”मैंने ज्यूरेल से कहा कि आपने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी की और उसी मानसिकता के साथ ऑफ स्पिनर को तोड़ने के लिए पैरों का इस्तेमाल करने की कोशिश करो. जिस तरह से वह आये और खेले वह खूबसूरत था।’ पहली पारी में गेंद ज्यादा टर्न नहीं कर रही थी और इसलिए मैंने अपने पैरों का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन दूसरी पारी में मैंने अपने पैरों का इस्तेमाल करके एलबीडब्ल्यू को आउट करने का फैसला किया। यह हमारे लिए बहुत मायने रखता है, यहां आना और ज्यादा बल्लेबाजी अनुभव नहीं होने के बावजूद सीरीज खेलना, पहले टेस्ट के बाद केएल से हारना… लेकिन रोहित भाई ने हमारा समर्थन किया और हमें बड़े शॉट लगाने और आजादी के साथ खेलने का आत्मविश्वास दिया। दिया।”