Haryana : मतदान और मतगणना की तारीख आगे बड़ी, जानिए अब कब होंगे चुनाव
सत्य खबर, नई दिल्ली ।
चुनाव आयोग ने हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीख बदल दी है। अब यहां 5 अक्टूबर को वोटिंग और 8 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के साथ ही मतगणना होगी। पहले वोटिंग की तारीख 1 अक्टूबर और मतगणना की 4 अक्टूबर रखी गई थी।
चुनाव की तारीख बदलने के लिए सबसे पहले भाजपा ने मांग उठाई थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने वोटिंग के दौरान वीकेंड की छुट्टियां और बिश्नोई समाज के कार्यक्रम का हवाला दिया था। इसके बाद इंडियन नेशनल लोकदल ने भी चुनाव तारीख बढ़ाने की मांग की।
इसको लेकर चुनाव आयोग ने मीटिंग भी की थी। उस वक्त इस बारे में कोई फैसला नहीं दिया गया था। हालांकि शनिवार शाम को चुनाव तारीख बदलने का ऐलान कर दिया गया।
चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने पर आयोग ने कहा, ‘इस बारे में राष्ट्रीय और राज्य की राजनीतिक पार्टियों के अलावा, ऑल इंडिया बिश्नोई महासभा ने मांग की थी। उनका कहना था कि कई पीढ़ियों से पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवार गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में ‘आसोज’ महीने की अमावस्या के दौरान पैतृक गांव मुकाम में सालाना उत्सव में भाग लेते हैं।
इस साल यह उत्सव 2 अक्टूबर को पड़ रहा है। इसके चलते सिरसा, फतेहाबाद और हिसार के हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे वे 1 अक्टूबर को वोट नहीं डाल पाएंगे।’
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, ‘जब भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा, तब मैंने कहा था कि भाजपा हार मान चुकी है। चुनाव आयोग का अधिकार है, उन्होंने डेट बढ़ा दी।’
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि इससे पहले भी हमने कई समुदायों की भावनाओं का सम्मान करते हुए चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। उदाहरण के लिए 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान हमने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले भक्तों की सुविधा की खातिर मतदान एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया था।
ठीक इसी तरह, मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान ईसाई समुदाय की संडे प्रेयर का सम्मान करने के लिए वोटिंग की तारीख बदली गई थी। 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में देवउठनी एकादशी के चलते वोटिंग की डेट बदली गई थी, क्योंकि यह दिन राजस्थान में सामूहिक विवाहों के लिए महत्व रखता है। 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बारावफात के कारण मतदान की तारीख बदली गई थी।