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Jaishankar Statement: भारत को चिंता, बांग्लादेश में हिंदूओं की हालत पर जयशंकर ने किया बयान

Jaishankar Statement: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने लोकसभा में बयान देते हुए बांगलादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बांगलादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ भेदभाव और हिंसा की घटनाओं ने भारत को परेशान किया है। भारत ने बांगलादेश सरकार का ध्यान इस मुद्दे की ओर आकर्षित किया है और आशा जताई है कि बांगलादेश अपनी नीतियों में बदलाव लाएगा और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

बांगलादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा

जयशंकर ने कहा कि बांगलादेश में अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि बांगलादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ कई हमले हुए हैं, और यह भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय है। जयशंकर ने लोकसभा में कहा, “हमने बांगलादेश सरकार का ध्यान इस मुद्दे पर खींचा है। बांगलादेश में हिंदुओं पर हमले हुए हैं, और यह चिंता का विषय है। विदेश सचिव ने हाल ही में ढाका का दौरा किया था, और इस मुद्दे को उन्होंने वहां की सरकार के सामने उठाया।”

बांगलादेश से भारत की उम्मीदें

जयशंकर ने उम्मीद जताई कि बांगलादेश की नई सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “हम यह आशा करते हैं कि बांगलादेश अपनी आंतरिक सुरक्षा की स्थिति को सुधारने के लिए कदम उठाएगा और अल्पसंख्यकों की रक्षा करेगा। यह केवल बांगलादेश के अपने हित में है, बल्कि यह भारत-बांगलादेश रिश्तों के लिए भी महत्वपूर्ण है।”

भारत-बांगलादेश रिश्तों में स्थिरता

जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत-बांगलादेश रिश्ते सदियों पुराने हैं और इन रिश्तों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच स्थिर और मैत्रीपूर्ण संबंधों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि बांगलादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर भारत की चिंता का उद्देश्य केवल वहां के लोगों की सुरक्षा है, और भारत चाहता है कि बांगलादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति में सुधार हो ताकि दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध कायम हो सकें।

Jaishankar Statement: भारत को चिंता, बांग्लादेश में हिंदूओं की हालत पर जयशंकर ने किया बयान

भारत की विकास परियोजनाएं और सहयोग

जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत ने बांगलादेश में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं को शुरू किया है और भारत का बांगलादेश के साथ एक अच्छा सहयोगात्मक इतिहास है। उन्होंने कहा, “भारत ने बांगलादेश में कई विकासात्मक परियोजनाएं शुरू की हैं, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद रही हैं। जब हम ‘पड़ोसी पहले’ नीति की बात करते हैं, तो हम देख सकते हैं कि भारत ने पाकिस्तान और चीन को छोड़कर अपने लगभग सभी पड़ोसी देशों में विकासात्मक परियोजनाएं शुरू की हैं और बांगलादेश इस नीति का एक प्रमुख उदाहरण है।”

भारत की सुरक्षा स्थिति

जयशंकर ने बांगलादेश से आगे बढ़कर भारत की अपनी सुरक्षा स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत के सुरक्षा बल अब तक लद्दाख के देपसांग क्षेत्र में अपनी पेट्रोलिंग जारी रखेंगे और इसके साथ-साथ पूर्वी सीमा के उन सभी क्षेत्रों में भी पेट्रोलिंग करेंगे, जो ऐतिहासिक रूप से भारत की सीमा रही हैं। उन्होंने चीन के साथ देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों के बारे में बातचीत के दौरान भारत की स्थिति स्पष्ट की। जयशंकर ने कहा कि भारत ने चीन के साथ पहले भी सीमा विवाद पर सफल वार्ताएं की हैं, जिनके बाद कुछ अस्थायी समाधान प्राप्त हुए थे, लेकिन भारत अब स्थिर और दीर्घकालिक समाधान की ओर बढ़ना चाहता है।

पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर टिप्पणी

जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर भी बात की और कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे और आतंकवाद मुक्त रिश्ते चाहता है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान ने अपने पुराने व्यवहार को नहीं बदला, तो यह द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि 2019 में पाकिस्तान द्वारा लिए गए कुछ फैसलों ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को प्रभावित किया है, और इसके परिणामस्वरूप भारत-पाकिस्तान व्यापार में बाधाएं आई हैं।

भारत ने बांगलादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता स्पष्ट रूप से व्यक्त की है और भारत सरकार का मानना है कि बांगलादेश को इस दिशा में जरूरी कदम उठाने चाहिए। साथ ही, विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ आतंकवाद मुक्त और अच्छे रिश्तों की आवश्यकता को दोहराया है, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को अपने आंतरिक नीतियों में बदलाव करना होगा। बांगलादेश के साथ भारत के रिश्ते मजबूत और विकासात्मक हैं, और दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इस प्रकार, बांगलादेश और पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों को लेकर विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने बयान में कई अहम बातें साझा कीं, जो भविष्य में दोनों देशों के लिए अहम साबित हो सकती हैं।

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