IAS Smita Sabharwal: ब्यूटी विद ब्रेन की बेहतरीन मिसाल है ये IAS अफसर
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IAS Smita Sabharwal: यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षाओं में माना जाता है। लाखों उम्मीदवारों में से कुछ ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। IAS ऑफिसर स्मिता सभरवाल की कहानी काफी प्रेरणादायक है। उन्हें न केवल अपनी उपलब्धियों के लिए, बल्कि प्रेरणा और दृढ़ संकल्प की मिसाल बनने के लिए भी जानी जाती हैं। उनकी कहानी लाखों यूपीएससी उम्मीदवारों को यह सिखाती है कि सही रणनीति, अनुशासन और समर्पण के साथ कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
स्मिता सभरवाल की सफलता की कहानी IAS Smita Sabharwal
स्मिता का जन्म पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हुआ। उनके पिता सेना में कर्नल थे, जिससे उनके परिवार में अनुशासन का माहौल रहा। स्मिता ने हैदराबाद में अपनी पढ़ाई पूरी की और कक्षा 12वीं में ऑल इंडिया टॉपर बनीं।
यूपीएससी की तैयारी
उन्होंने फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में प्रीलिम्स पास नहीं कर पाईं। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी और दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की। 2000 में, मात्र 23 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बनने का गौरव प्राप्त किया।
ऐसे की तैयारी
IAS Smita Sabharwal ने रोजाना 6 घंटे की पढ़ाई का नियम बनाया। हर दिन एक घंटा खेलकूद के लिए भी समय दिया, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य संतुलित रहे। अखबार और मैगजीन के जरिए खुद को करंट अफेयर्स से अपडेट रखा।
IAS Smita Sabharwal ने यह साबित किया कि सही दिशा में मेहनत करने से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। उनकी सफलता उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।