सत्य खबर,नई दिल्ली ।E-Visa service resumed between Canada and India
भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए e-visa सर्विस फिर से बहाल कर दी है। सूत्रों के हवाले से ये बड़ी खबर है। ये रिपोर्ट उस वक्त आई है, जब खालिस्तान मामले को लेकर भारत और कनाडा के संबंध काफी खराब हो चुके हैं और भारत ने कनाडा के आधे से ज्यादा डिप्लोमेट्स को नई दिल्ली से निकाल दिया है।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है, कि भारत ने कथित तौर पर कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। सितंबर में, भारत-कनाडाई द्विपक्षीय संबंधों के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाओं को निलंबित कर दिया था। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था, कि जून में कनाडाई नागरिक खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में “भारत सरकार के एजेंट” शामिल थे।
भारत सरकार ने निज्जर की मौत में शामिल होने के “बेतुके” और “प्रेरित” आरोपों का मजबूती से खंडन किया है, और ओटावा से अपने दावों के समर्थन में सबूत साझा करने की मांग की है।बढ़ते तनाव के बाद, दोनों देशों ने ट्रेवल एडवाइजरी भी जारी की। वहीं, भारत ने कनाडा में अपने नागरिकों और यात्रा पर विचार कर रहे लोगों को “राजनीतिक रूप से समर्थित” घृणा अपराधों के मद्देनजर “अत्यधिक सावधानी” बरतने की सलाह दी है। पिछले हफ्ते भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने फिर से कहा था, कि कनाडा सरकार ने अभी तक निज्जर की हत्या से संबंधित जानकारी भारत के साथ साझा नहीं की है।
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वहीं, वीजा बैन लगाने के बाद पिछले महीने भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था, कि फिलहाल कनाडाई नागरिक भारतीय वीजा के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे, भले ही वह किसी अन्य देश में रह रहा हो। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, कि अन्य देशों से आवेदन करने वाले कनाडाई लोगों को भी कोई वीजा नहीं दिया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने कहा था, कि उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों में अधिकारियों द्वारा सामना किए जा रहे सुरक्षा खतरों ने उनके कामकाज को बाधित कर दिया है, लिहाजा, परिणामस्वरूप वीजा सेवाएं रोक दी गई। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने आगे जाकर स्थिति की समीक्षा करने की भी बात कही थी।
हालांकि, फिलहाल ये साफ नहीं हो पाया है, वीजा सर्विस फिर से बहाल करने के पीछे क्या वजह है। कई सवाल जो सामने आ रहे हैं, उनमें सबसे बड़ा सवाल ये है, कि क्या भारत और कनाडा ने एक बार फिर से संबंधों को सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं?