सत्य खबर,नई दिल्ली ।Know the exact date and auspicious time of Devuthani Ekadashi
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इस एकादशी का बड़ा मान है क्योंकि इस एकादशी से पिछले चार महीने से विश्राम कर रहे श्री हरि उठ जाते हैं और इसी कारण इसे देवउठनी एकादशी कहा जाता है।
आपको बता दें कि इस एकादशी के साथ ही चातुर्मास का समापन होता है और मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन संस्कार, गृह प्रवेश जैसे कार्य शुरू हो जाते हैं। 23 अक्टूबर को देवउठनी एकादशी इस बार इसकी डेट को लेकर थोड़ा सा कनफ्यूजन हो गया है। कुछ लोगों के मुताबिक इस बार ये पावन दिन 22 अक्टूबर को है तो कुछ लोगों का मानना है कि देवउठनी एकादशी 23 अक्टूबर को है। तो चलिए आपका कन्फ्यूजन दूर कर देते हैं। दरअसल इस बार कार्तिक शुक्ल एकादशी का प्रारंभ 22 नवंबर को रात 11:04 PM से हो रहा है, जिसका अंत 23 नवंबर को 09pm
अब चूंकि वैदिक धर्म में उदयातिथि मान्य होती है इसलिए एकादशी का व्रत 23 अक्टूबर को ही रखा जाएगा। तुलसी का विवाह भगवान शालीग्राम से होता है मालूम हो कि इस एकादशी को प्रबोधिनी, देवुत्थान और देवोत्थान जैसे नामों से भी संबोधित किया जाता है। भगवान विष्णु आषाढ़ की एकादशी विश्राम पर जाते है और कार्तिम मास की एकादशी पर जागते हैं। विश्वाम के चार महीने के इस मंथ को चतुर्मास भी कहते हैं। ये दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इसी दिन मां तुलसी का विवाह भगवान शालीग्राम से होता है। ये दिन बहुत पावन है। जो पति-पत्नी तुलसी विवाह करते हैं, उनके जीवन में कभी कोई बाधा नहीं आती है, उनकी जीवन बड़े ही प्रेम और सम्मान के साथ कटता है। Also Read कनाड़ा-भारत के बीच ई-वीजा सर्विस फिर से हुई शुरू
देवउठनी एकादशी 2023 पर बनेंगे 3 शुभ योग रवियोग- 23 नवंबर को 06:50 AM से 05:16 PM सर्वार्थ सिद्धि योग- 23 नवंबर को 05:16 AM से 06:51 PM सिद्धि योग- 23 नवंबर को 11:54 AM से 24 नवंबर को 09: 05 AM अब चूंकि सिद्धि योग 24 नवंबर को भी है तो वहीं कुछ लोग तुलसी विवाह 24 नवंबर को भी करेंगे। पारण टाइम 24 नवंबर को 06 :50 AM से 08: 57 AM के बीच पारण है।