Eat Sweet: एक समय था जब लोग मिठाइयाँ (चीनी) बहुत खाते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों से लोग मीठा खाने से परहेज करने लगे हैं. ऐसा डायबिटीज के बढ़ते मामलों के कारण हो रहा है, हालांकि मीठा खाने और डायबिटीज के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन ज्यादा मीठा खाने से मोटापा बढ़ सकता है, जो डायबिटीज का एक कारण है। लेकिन अगर आपको मीठा खाने का मन है और आप यह भी चाहते हैं कि यह शरीर को नुकसान न पहुंचाए तो दिन में एक समय होता है जब आप इसे खा सकते हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक, शुगर हर व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाती है। चीनी तब नुकसान पहुंचाती है जब आप इसे अधिक मात्रा में खाना शुरू कर दें और किसी भी तरह का व्यायाम न करें। ज्यादा चीनी खाने से शरीर में कैलोरी तो बढ़ जाती है, लेकिन कैलोरी उस हिसाब से बर्न नहीं होती। अधिक कैलोरी के कारण शरीर में वसा की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर का बीएमआई बढ़ने लगता है और मोटापा हो जाता है। लगातार बढ़ता मोटापा कई बीमारियों का कारण बनता है।
मीठा कब नहीं खाना चाहिए
गाजियाबाद में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. अमित कुमार बताते हैं कि सुबह के समय लोग चाय, फल, पेस्ट्री और ब्रेड खाते हैं, लेकिन इन्हें सुबह के समय नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इन्हें खाने से शरीर में शुगर लेवल बढ़ सकता है। जब शरीर रात भर के उपवास के बाद उठता है, तो वह कार्बोहाइड्रेट के प्रति और भी अधिक संवेदनशील हो जाता है। चूँकि मिठाइयाँ कार्बोहाइड्रेट को और बढ़ा देती हैं इसलिए सुबह के समय मिठाइयाँ नहीं खानी चाहिए। ऐसा करने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट का स्तर बढ़ सकता है, जो अच्छा नहीं है।
आरएमएल अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डॉ. अंकित कुमार बताते हैं कि सुबह के समय अत्यधिक चीनी का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को असंतुलित कर सकता है, जिससे थकान और कमजोरी हो सकती है। लगातार अधिक चीनी का सेवन शरीर में सूजन से भी जुड़ा होता है, जो हृदय रोग और मधुमेह का कारण बन सकता है। ऐसे में सुबह के समय किसी भी रूप में मीठा खाने से बचना चाहिए।
चीनी किस समय खानी चाहिए
डॉ अंकित कुमार बताते हैं कि आप लंच के समय कुछ मीठा खा सकते हैं. यह मिठाई खाने का सबसे अच्छा समय है. दोपहर के समय शरीर का मेटाबॉलिज्म अधिक सक्रिय होता है, जिससे शुगर अच्छे से अवशोषित हो जाती है। इसके अलावा अगर कोई शाम के समय वर्कआउट करता है तो वह दोपहर के भोजन में चीनी का सेवन कर सकता है। इससे मांसपेशियों की रिकवरी में मदद मिलती है। हालाँकि मिठाई हमेशा सीमित मात्रा में ही खानी चाहिए।