सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज: excise department statistics
गुरु द्रोणाचार्य की पावन धरती और विश्व प्रसिद्ध माता शीतला मंदिर के नाम से विश्व भर में प्रसिद्ध गुरुग्राम में हर वर्ष शराब का सेवन करने वाले शराबियों का इजाफा होता जा रहा है। जबकि धार्मिक नगरी होने के नाते यहां पर शराब की बिक्री पर धार्मिक नगरी कुरुक्षेत्र की भांति प्रतिबंध होना चाहिए। हालांकि सरकार ने अभी जो कॉरपोरेट ऑफिसों में भी वाइन का लाइसेंस देने की अनुमति दे दी है जिससे भी शहर की महिलाओं में काफी रोष है।
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुग्राम में अभी ठेकों की नीलामी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एक्साइज विभाग के राजस्व में करीब 500 करोड़ के आसपास की तेजी आई है। आबकारी विभाग दो भागों में (पूर्वी और पश्चिमी) है। करंट ईयर में अभी तक 151 जोन में आने वाले ठेकों की नीलामी 1593 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। जब की नीलामी में अभी कुछ स्थान रहते हैं। जिनसे भी 100 करोड़ के करीब राजस्व मिलने की उम्मीद विभाग जता रहा है। जिस से यही उम्मीद लगा सकते हैं कि पिछले 3 सालों से जिले में शराबियों की संख्या में दिनोंदिन इजाफा होता जा रहा है।
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आबकारी उपायुक्त (पूर्वी) रविंद्र सिंह एवं आबकारी उपायुक्त (पश्चिमी) अमित भाटिया का कहना है कि जल्द ही बाकी ठेकों की नीलामी से भी करीब सौ करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। वही इस मामले पर शहर के सीनियर एडवोकेट राजेश कुमार शर्मा का कहना था कि शहरवासी तो धार्मिक आस्था वाले हैं शराब का सेवन कम करते हैं लेकिन मल्टीनेशनल कंपनियों में जब से बाहर के कर्मचारी आए हैं। उनमें अधिकतर कर्मचारी व अधिकारी शराब का सेवन करते हैं जिसका उदाहरण एमजी रोड पर खुले बार का दिया जा सकता है। जहां पर हर रोज शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है।excise department statistics