सत्य खबर,गुरूग्राम, सतीश भारद्वाज : In Gurugram, people are taking no action against those violating GRAP rules and spreading filth, the city residents are upset and the corporation officials are silent.
केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा लागू किए गए ग्रेडिड रैस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नगर निगम गुरूग्राम द्वारा ना मात्र की कार्रवाई कर रहा है। निगम क्षेत्र में जब से सफाई कर्मचारीयों की हड़ताल चल रही है तभी से धार्मिक नगरी गुरुग्राम नरक ग्राम बन गया है। जिस पर ना तो कोई समाजसेवक ना ही सत्ता पक्ष के विधायक नेता और ना ही निगम अधिकारी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जिसके चलते शहर वासियों का जीना मुहाल हो रहा है। गुरुग्राम के अधिकतर कॉलोनी सोसाइटीज निगम क्षेत्र के गांव और व्यावसायिक क्षेत्र में जगह-जगह लगे गंदगी के ढेरों में मक्खी मच्छर पनप रहे हैं जिससे शहर में बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
वहीं गंदगी के ढेरों में नियम कानून को ताक पर रखकर आग लगाई जा रही है। जिससे शहर में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। वहीं बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। जिस पर ना तो भाजपा के विधायक और ना ही निगम अधिकारी व जिला प्रशासन लोगों की समस्याओं पर कोई ध्यान दे रहे हैं। हालांकि निगम अधिकारी आए दिन शहर में साफ सफाई करने के दावे कर रहे हैं। लेकिन उनके दावे खोखले साबित हो रहे हैं, एक दो जगह पर कुछ मिनट की साफ सफाई कर फोटो खींच कर अपनी वाहवाही कर रहे हैं। जबकि शहर के जैकमपुरा, सदर बाजार सब्जी मंडी, न्यू कॉलोनी, कमिटी ऑफिस, सेक्टर 14, 17 , रेलवे रोड, भीम नगर में वीरवार सुबह ही जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हुए थे। चीन पत्नी का मत अधिकारियों का कोई ध्यान ही नहीं है।
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हालांकि निगम में जीआरएपी के तहत कचरा जलाने, कचरा व मलबा फैलाने, निर्माण एवं तोडफ़ोड़ गतिविधियों में पर्यावरण नियमों की अवहेलना तथा ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है। टीमें क्षेत्र में लगातार निगरानी कर रही हैं तथा प्रदूषण बढ़ाने वाली प्रतिबंधित गतिविधियां करने वालों के चालान भी कर रही। करीब 95 उल्लंघनकर्ताओं के चालान कर करीब 4 लाख 87 हजार रूपए का जुर्माना लगा चुकी है। जिनमें डस्टबिन नहीं रखने के मामले में 30, कचरा जलाने के मामले में 3, मलबा फैंकने के मामले में 12, कचरा फैलाने के मामले में 2, दिशा-निर्देशों की अवहेलना कर निर्माण करने के मामले में 33 तथा ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की अवहेलना के मामले में 15 चालान किए हैं। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए पानी का छिड़काव करने की भी निगम अधिकारी अपील कर रहे हैं लेकिन शहर में इनका कोई असर नजर नहीं आ रहा है। वहीं निगम अधिकारी ना तो हड़ताल को खत्म करवाने में कोई पहल कर रहे और ना ही साफ सफाई करवा कर शहरवासी यो की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। जिस शहर वीडियो में प्रदेश सरकार के प्रति विरोध पनप रहा है।