सत्य खबर । चंडीगढ़
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान सड़कों पर हैं। पिछले 11 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत हैं। किसानों को मनाने के लिए केंद्र सरकार और किसान जत्थेबंदियों के बीच अब तक पांच दौर की बातचीत हो चुकी है, जो बेनतीजा रही।
छठे दौर की बातचीत 9 दिसंबर को होगी। इससे पहले किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का ऐलान किया है। हरियाणा-पंजाब के अलावा यूपी, दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, प. बंगाल, एमपी, राजस्थान व तमिलनाडु के किसानों ने भी समर्थन किया है।
कांग्रेस समेत 20 से ज्यादा विपक्षी दल भी समर्थन में हैं। इसके अलावा 10 ट्रेड यूनियन और पेट्रोल पंप एसोसिएशन भी समर्थन में आ गई हैं। ऐसे में 8 दिसंबर को पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे। किसान संगठनों ने रविवार को कुंडली बॉर्डर पर तीन घंटे बैठक कर रणनीति बनाई।
बंद पूरे दिन रहेगा, लेकिन तीन बजे तक चक्का जाम किया जाएगा। इस दौरान दुकानें और कारोबार बंद रहेंगे। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में सभी मंडियां बंद रहेंगी। लेकिन शादी के कार्यक्रमों को बंद से छूट दी गयी है। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को छूट रहेगी।
टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन व दिल्ली गुड्स ट्रांसपोटर्स एसोसिएशन ने भी बंद का समर्थन किया। हरियाणा पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजीव चौधरी ने कहा कि किसानों के समर्थन में प्रदेश के 3400 से अधिक पेट्रोल पंप सुबह से दोपहर बाद 3 बजे तक बंद रहेंगे।
किसान नेताओं ने कहा कि ये आंदोलन केवल पंजाब के किसानों का नहीं, बल्कि पूरे देश का है। बंद का समर्थन करने वालों को अपना झंडा छोड़ किसानों के बैनर तले आना चाहिए। किसानों ने केंद्र सरकार से दो टूक कह दिया कि उनके पास राशन-पानी की कोई कमी नहीं है, इसलिए वो अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर डटे रहेंगे।
Scrap aluminium reprocessing technology Scrap aluminium value Scrap metal export regulations