what cost country longest expressway be ready
सत्य खबर , मुंबई। किसी भी देश, शहर या गांव का विकास वहां की अच्छी सड़कों से होकर गुजरता है. अगर आवागमन के लिए रास्ते अच्छे हुए तो क्षेत्र का विकास भी होता है. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज महाराष्ट्र में 75,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. पीएम नागपुर में 520 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले और नागपुर और शिरडी को जोड़ने वाले समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का उद्घाटन किया. मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे करीब 55,000 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है. यह भारत के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में से एक है, जोकि महाराष्ट्र के 10 जिलों और अमरावती, औरंगाबाद व नासिक के प्रमुख शहरी क्षेत्रों से होकर गुजरता है.what cost country longest expressway be ready
इस हाइटेक एक्सप्रेसवे पर इलेक्ट्रिक वाहनों का भी पूरा ख्याल रखा जाएगा. हर 40 से 50 किमी पर हाईवे के दोनों तरफ चार्जिंग का इंतजाम होगा. यह हाईवे देश का पहला हाईवे है, जिसके दोनों तरफ सुरक्षा दीवार (सेक्युरिटी वॉल) का निर्माण किया जा रहा है. राज्य के सबसे बड़े महामार्ग पर 300 से अधिक छोटे-बड़े पुल होंगे. मार्ग में 240 छोटे पुल, 54 फ्लाइओवर और 28 बड़े पुल तैयार हो रहे हैं.
व्यापार में होगी बढ़ोत्तरी
जाहिर तौर पर मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने से दो शहरों के बीच दूरी तो कम होगी ही साथ ही व्यापार में भी तेजी आएगी. जिससे महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी. जिस रफ्तार से काम हो रहा है इसको देखते हुए ये एक्सप्रेसवे 2023 तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा. इस महामार्ग के जिस पहले चरण का आज उद्घाटन किया गया है वो नागपुर को शिरडी से जोड़ेगा. अभी इन दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय जो 10 घंटे का है, वह घटकर पांच घंटे रह जाएगा. इस महामार्ग का असली नाम हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग है. यह एक्सप्रसेवे महाराष्ट्र के 10 जिलों से गुजरेगा.
Also check these links:
हरियाणा: पानी को लेकर भाई बना भाई की जान का दुश्मन, जानिए क्या है मामला
जानिए कब तक और कितनी लागत से तैयार होगा देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, यह होगी खासियत
देवेंद्र बबली और सरपंचों में हुई तीखी नोकझोंक, पढ़िए की किस बात को लेकर हुआ ये तीखी बहस
26 लाख की सुपारी लेकर फोन पर धमकी देने वाला गिरफ्तार, जानिए कैसे आया काबू
दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
जब ये हाइवे पूरी तरह से बनकर तैयार होगा तो ये दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे कहलाएगा. 1380 किमी लंबा यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से गुजर रहा है. इससे दिल्ली से मुंबई का सफर 12 घंटे में पूरा हो सकेगा. अभी दिल्ली से मुंबई का सफर करने में 24 घंटे या उससे भी ज्यादा का वक्त लग जाता है मगर इसके पूरा बन जाने के बाद समय आधा हो जाएगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे फिलहाल अभी 8 लेन का बन रहा है लेकिन इसको 12 लेन का करने की तैयारी है. इसके लिए जमीन भी अधिग्रहित की जा चुकी है.
पॉइंटर्स में समझिए इसकी खासियतें
1- दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे की आधारशिला 9 मार्च 2019 को रखी गई थी.what cost country longest expressway be ready
2- इसके निर्माण में 12 लाख टन स्टील का इस्तेमाल हो रहा है.
3- एक अनुमान के मुताबिक इतने स्टील से 50 हावड़ा ब्रिज बनाया जा सकता है.
4- इसमें 35 करोड़ क्यूबिक मीटर मिट्टी और 80 लाख टन सीमेंट का इस्तेमाल हो रहा है.
5- मतबल कि साल भर के दौरान देश में जितने सीमेंट का उत्पादन होता है, उसके दो फीसदी की खपत यहीं हो गई है.
6- इस एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब एक लाख करोड़ रुपये लग रहे हैं. यह 1,382 किलोमीटर लंबा है.
7- इसका निर्माण पूरा होने के बाद फ्यूल की खपत में 32 करोड़ लीटर की कमी भी आएगी.
8- साथ ही कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में 85 करोड़ किलोग्राम की कमी आएगी जो कि चार करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है.
9- हाइवे पर हर 500 मीटर पर रेन वॉटर हार्वेसटिंग सिस्टम होगा. साथ ही एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ 40 लाख पेड़ लगाए जाने की योजना है.
10- यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से गुजर रहा है.
Scrap aluminium business strategies Aluminium waste treatment Metal scrap utilization
Scrap metal quality control Ferrous material recycling environmental initiatives Iron waste reclaiming facility
Ferrous material environmental policies, Iron salvage operations, Scrap metal repur