सत्य खबर । इंडिया
महाराष्ट्र में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ जघन्य अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को एक विधेयक के मसौदे को मंजूरी दे दी, जिसमें दोषियों के लिए मृत्युदंड, आजीवन कारावास और भारी जुर्माना सहित कड़ी सजा और मुकदमे की त्वरित सुनवाई के प्रावधान हैं।
प्रस्तावित कानून को राज्य में लागू करने के लिये विधेयक के मसौदे में भादंसं, सीआरपीसी और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं में संशोधन करने का प्रस्ताव है।
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि मंत्रिमंडल ने यहां एक बैठक में विधेयक के मसौदे को मंजूरी दे दी और इसे आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान राज्य विधानमंडल में पेश किया जाएगा। विधानमंडल का दो दिवसीय शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर से मुंबई में शुरू हो रहा है।
उन्होंने कहा कि विधेयक विधानमंडल के दोनों सदनों में चर्चा और अनुमोदन के लिए आएगा । इसे कानून का रूप ले लेने पर ‘शक्ति अधिनियम कहा जाएगा। देशमुख ने कहा कि इसमें 15 दिनों के भीतर किसी मामले में जांच पूरी करने और 30 दिन के भीतर सुनवाई का प्रावधान है।
महाराष्ट्र सरकार ने कैबिनेट की बैठक में लिए ये फैसले:
सामान्य प्रशासन-सेवा विभाग के तहत, कैबिनेट ने आगामी सत्र में 2018-2019 की महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग की वार्षिक रिपोर्ट की तालिका को मंजूरी दी। मनरेगा योजना के संयोजन में, महाराष्ट्र सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी के लिए एक राज्य योजना के रूप में “शरद पवार ग्राम समृद्धि योजना” को भी लागू करेगी।
कोल्हापुर में ‘डीवाई पाटिल एग्रीकल्चर एंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी’ के नाम से ‘इंटरनेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी महाराष्ट्र, 2020’ की स्थापना से संबंधित विधेयक भी पारित किया गया और एक सेल्फ-सपोर्टिंग यूनिवर्सिटी बनाने के लिए मंजूरी दी गई।
इससे पहले पिछले हफ्ते, मंत्रिमंडल ने जाति-आधारित नामों वाली सभी आवासीय कॉलोनियों का नाम बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने कहा कि इन जाति-आधारित उपनिवेशों को ब्रिटिश शासन के दौरान स्थापित किया गया था, लोगों को विभाजित करने के लिए और अब देश के लिए समाज सेवा करने वाले लोगों पर उनका नाम बदलने का निर्णय लिया गया है।
इस बीच, सरकार ने फैसला किया है कि महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार मुंबई के बजाय नागपुर में होगा।
Scrap aluminium utilization methods Aluminium scrap utilization techniques Scrap metal import regulations