सत्य खबर, चंडीगढ़ ।
हरियाणा के अंबाला में रोडवेज ड्राइवर राजवीर की हत्या के बाद बवाल मचा हुआ है। हरियाणा रोडवेज यूनियन ने रात 12 बजे से प्रदेशभर में चक्का जाम कर दिया है, जिसके बाद से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। यूनियन हत्यारोपियों की गिरफ्तारी, ड्राइवर राजवीर को शहीद का दर्जा, 50 लाख रुपए आश्रित को मुआवजा देने तथा परिवार के एक सदस्य को ग्रुप-सी में सरकारी नौकरी देने की मांग पर अडिग हैं।
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मंगलवार को अंबाला डीसी डॉ. शालिन के साथ बातचीत विफल होने के बाद सांझा मोर्चा ने सरकार को रात 12 बजे तक का अल्टीमेटम देते हुए प्रदेशभर में चक्का जाम करने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद हरियाणा सरकार भी हरकत में आई।
चंडीगढ़ में परिवहन मंत्री से आज मीटिंग
उधर, हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों के चक्का जाम के ऐलान के बाद परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कदम उठाया है। सांझा मोर्चा एवं परिजनों के एक शिष्टमंडल को परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने मीटिंग के लिए बुला लिया है। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के साथ परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ में वार्ता करेंगे।
उधर, मृतक ड्राइवर के परिजनों का सोमवार रात से अंबाला कैंट बस स्टैंड पर धरना जारी है। परिजन बर्फ में ड्राइवर का शव साथ लेकर बैठे हैं। उनकी मांग है कि जिन्होंने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया है उन्हें गिरफ्तार किया जाए। मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। उसके बाद ही वह बस स्टैंड से शव उठाकर अंतिम संस्कार करेंगे।
सोनीपत का रहने वाला था राजवीर
हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर राजवीर पर डस्टर सवार बदमाशों ने दिवाली की रात अंबाला कैंट बस स्टैंड की पार्किंग में कहासुनी होने पर हमला किया था। राजवीर की गंभीर हालत को देखते हुए PGI चंडीगढ़ रेफर किया गया था। यहां राजवीर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। राजवीर सोनीपत के पटेल नगर के रहने वाले थे।
सोमवार शाम को राजवीर के शव का पोस्टमार्टम हुआ था। जिसके बाद परिजन चंडीगढ़ से सीधा उसके शव को अंबाला कैंट बस स्टैंड पर लेकर आए और यहां धरना शुरू किया।
शासन-प्रशासन की बढ़ी मुश्किलें
रोडवेज ड्राइवर राजवीर के शव का अंतिम संस्कार न करने तथा चक्का जाम के बाद से शासन-प्रशासन दोनों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। अंबाला रोडवेज GM अश्विनी कुमार, पड़ाव थाना प्रभारी सतीश कुमार, अंबाला कैंट DSP आशीष चौधरी सोमवार रात से ही परिजनों को समझाने में जुटे रहे। यही नहीं, मंगलवार को DC डॉ. शालिन के साथ भी मीटिंग हुई, लेकिन गुस्साए परिजन व यूनियन अपनी मांग पर अडिग हैं।