सत्य खबर,गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज : Security threat इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है । जिसमें हर दंपत्ति अपने बेटा बेटी की शादी को यादगार बनाने के लिए जमकर धन लूटा रहे हैं। वही अपने लाड़लो की शादी के लिए सरकारी आदेशों की अनदेखी कर आयुध डिपो के पास आतिशबाजी और डॉन से वीडियोग्राफी कर रहे। गुरुग्राम स्थित आयुध डिपो की परिधि से लगते हुए बने बैंकट हॉल एवं शादी समारोह स्थलों में प्रतिबंध के बावजूद ड्रोन के माध्यम से फोटो व वीडियोग्राफी जमकर हो रही है। जिससे आंतरिक सुरक्षा पर भी बड़ा खतरा बना हुआ है। साथ ही
प्रशासनिक अधिकारी भी सबकुछ देखने के बावजूद भी अंजान बने हुए हैं। पुलिस विभाग, गुडग़ांव नगर निगम भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बता देगी कि गुरुग्राम के पुराना दिल्ली रोड पर स्थित आयुध डिपो की परिधि के लगते हुए करीब एक दर्जन बैंकट हॉल व शादी-समारोह स्थल बने हुए हैं, जिनमें प्रतिदिन कोई न कोई आयोजन होता रहता है और इन आयोजनों में वीडियोग्राफी भी ड्रोन के माध्यम से की जा रही है। जबकि प्रशासन द्वारा वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया हुआ है लेकिन फिर भी ड्रोन से वीडियोग्राफी का कार्य जारी है। पुलिस विभाग एवं
नगर निगम के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही नहीं आयुध डिपो की परिधि से सटे हुए इन समारोह स्थलों में आयुध डिपो की दीवार के साथ किचन बनाई हुई हैं जिनमें बड़ी मात्रा में गैस का इस्तेमाल किया जाता है, जोकि आयुध डिपो के लिए खतरनाक है। यही नहीं ड्रोन के द्वारा जिस प्रकार से वीडियोग्राफी की जाती है वह ड्रोन समारोह स्थल में 50 से 60 फीट ऊपर उड़ाया जाता है जिससे आयुध डिपो के अंदर का भी विडियोग्राफी होती है जो कि आंतरिक सुरक्षा से खिलवाड़ है। क्योंकि आयुध डिपो में सुरक्षा के यंत्र काफी भारी संख्या में उपलब्ध है, उनकी वीडियोग्राफी करके कोई भी आसानी से कहीं भी उन को फॉरवर्ड कर सकता है। आयुध डिपो में तैनात सुरक्षाकर्मियों का कहना है कि इन स्थलों में बार-बार ड्रोन उड़ाए जाते हैं जिनको समय-समय पर हमारे कर्मचारी मना करते हैं लेकिन फिर भी अपनी अडिय़ल रवैय्ये पर उतरे हुए हैं। कई बार नगर निगम एवं पुलिस विभाग को भी इसकी शिकायत की है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आयुध डिपो की सुरक्षा में लगे कर्मी भी इन बैंकट हॉल व आयोजन स्थलों को संचालित करने वाले लोगों को भी बार-बार वहां से किचन हटाने के लिए कहते हैं और ड्रोन न उड़ाने के लिए भी कहा जाता है लेकिन कोई भी मानने के लिए तैयार नहीं है। इस बारे में जब एक निगम के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आयुध डिपो से लगे स्थलों की जांच की जाती है, जो भी ड्रोन उठाता पाया जाता है, उसके खिलाफ कार्यवाही की जाती है। किचन के बारे में जब उनसे पूछा गया कि आयुध डिपो की दीवार के साथ में बेरोकटोक गैस का इस्तेमाल हो रहा है तो उन्होंने बताया कि उनको कई बार नोटिस दिए गए हैं और जल्दी ही उन पर कोई कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
also read:
सड़क हादसे में 3 की मौत 7 घायल, जानिए कहां और कैसे हुआ हादसा
गौरतलब है कि देश की राजधानी के समीप सुरक्षा को लेकर सुरक्षा यंत्रों का एक भंडार आयुध डिपो में स्थित है जोकि कभी भी आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के नजरअंदाज के चलते के चलते इस आयुध डिपो में सुरक्षा उपकरणों को खतरा दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है क्योंकि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से आयुध डिपो की परिधि के चारों तरफ अवैध रूप से आवास और आवासीय निर्माणों का आवासीय निर्माण हो गए हैं जो कि आयुध डिपो को बहुत बड़ा खतरा बने हुए हैं क्योंकि इन आवासीय निर्माणों में कुकिंग गैस के अलावा लकड़ी भट्टी आदि कोयला आदि का इस्तेमाल होता है जो कि कभी भी चिंगारी बनके आयुध डिपो के अंदर आ सकता है,जिससे भारी तबाही होने का खतरा हमेशा बना रहता है। जबकि प्रशासन के आदेश है कि उनके आसपास इस तरह की गतिविधियों किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगी। जब इस बारे में जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव से फोन पर बात की गई तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया जिससे प्रशासन का पक्ष नहीं लिखा जा सका। Security threat
Aluminium recovery processes Aluminium recycling technologies Metal reclamation management