Questioning at Haryana Sports Minister residence
सत्यखबर, चंडीगढ़।
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह (Minister Sandeep Singh) के खिलाफ बयान दर्ज करवाने के लिए जूनियर महिला कोच चंडीगढ़ कोर्ट पहुंची। यहां ACJM की कोर्ट में उनके बयान दर्ज किए गए। इस दौरान जूनियर महिला कोच ने बातचीत में कहा कि ऐसा लग रहा जैसे मैं ही आरोपी हूं।Questioning at Haryana Sports Minister residence
ACJM तेजप्रताप सिंह रंधावा (ACJM Tej Pratap Singh Randhawa) की कोर्ट में पीड़िता ने करीब 2 घंटे तक अपने विस्तृत बयान दर्ज करवाए। सूत्रों के मुताबिक जज ने 25 पन्ने पीड़िता के बयान दर्ज करने के लिए अपने रुम में मंगवाए। इस दौरान कोर्ट में चंडीगढ़ पुलिस की SIT की महिला इंस्पेक्टर भी बाहर मौजूद रही।
सुबह 11.30 बजे पहुंची थी टीम
वहीं दूसरी ओर चंडीगढ़ पुलिस की टीम मंत्री से पूछताछ कर रही है। सुबह 11:30 बजे पुलिस टीम संदीप सिंह के सरकारी आवास पर पहुंची। जहां लगभग 4 घंटे बीत चुके हैं, पुलिस की पूछताछ अभी भी जारी है।
इस बीच चंडीगढ़ पुलिस की दूसरी टीम ने मंत्री के आवास पर महिला कोच को साथ में लेकर सीन रिक्रिएट किया। लगभग 20 मिनट के बाद टीम संदीप सिंह के आवास से निकल गई। अब टीम शहर के दूसरे स्पॉट पर महिला कोच को लेकर जाएगी।
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2 दिन पहले गिरफ्तार कर लेना चाहिए था: कोच
पीड़ित महिला ने कहा कि पुलिस पहले ही काफी लेट है। खेल मंत्री को 2 दिन पहले ही गिरफ्तार कर लेना चाहिए था। अब भी उन्हें गिरफ्तार कर लें। वहीं मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। पीड़िता ने कहा कि उन्होंने मामले में पूरी तरह जांच में सहयोग किया है और अब बयान भी दर्ज हो चुके हैं।
पांच बार अपने बयान दे चुकी
पीड़िता ने कहा कि वह पांच बार अपने बयान दे चुकी हैं और कई घंटे लगातार वह बयान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि जितना हो सकता था उन्होंने पुलिस जांच में सहयोग किया है। वहीं वह अपना फोन भी पुलिस जांच के लिए दे चुकी हैं।
पीड़िता थाने जा रही और पुलिस आरोपी के घर
पीड़िता के वकील दीपांशु बंसल ने कहा कि पीड़िता ने मामले में पुलिस को काफी विस्तृत बयान दर्ज करवाए हैं। अब यह पुलिस का काम है कि वह कार्रवाई करे। वहीं पुलिस पर आरोप लगाया गया कि यह अपराध दुष्कर्म के प्रयास का बनता था। उन्होंने कहा कि एक ओर पीड़िता थाने जाकर बयान दर्ज करवा रही है, वहीं पुलिस आरोपी संदीप सिंह के घर जा रही है। पुलिस को बिना किसी देरी के आरोपी संदीप सिंह को गिरफ्तार करना चाहिए। Questioning at Haryana Sports Minister residence
पीड़िता का फोन पुलिस ने जब्त किया
दीपांशु ने कहा कि पीड़िता का फोन पुलिस ने जब्त कर लिया। जबकि संदीप सिंह का फोन तक जब्त नहीं किया गया। ऐसे में संदीप सिंह सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर मंत्री पद से हटाए जाने की मांग भी की गई है।
सरकार कानून की धज्जियां उड़ा रही
एडवोकेट दीपांशु बंसल ने सवाल उठाया कि हरियाणा पुलिस ने मामले में SIT किस आधार पर बनाई है। वहीं बाद में इसका नाम बदल कर फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी कर दिया गया। वहीं आरोप लगाया कि सरकार ने हरियाणा पुलिस के जरिए पीड़िता पर दबाव पाने का प्रयास किया।
आरोपों में कहा गया कि हरियाणा सरकार कानून की धज्जियां उड़ा रही है। वहीं कहा कि किसके आदेशों पर यह हरियाणा में SIT बनाई गई इसकी जांच की जानी चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस मामले में गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है। यह बयान उन्होंने जांच को प्रभावित करने के मकसद से दिए हैं।
बीते कल 8 घंटे हुई थी पूछताछ
बता दें कि महिला कोच ने हरियाणा के मंत्री पर छेड़छाड़ जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। जिसके बाद संदीप सिंह को खेल विभाग छोड़ना पड़ा। कल ही चंडीगढ़ पुलिस ने महिला कोच से 8 घंटे लंबी पूछताछ की। जहां उसके बयान भी दर्ज किए गए।
संदीप सिंह महिला कोच के आरोप और खेल विभाग छोड़ने तक क्या-क्या हुआ?
26 दिसंबर को जूनियर महिला कोच ने कहा कि मंत्री ने सरकारी आवास में बुलाकर पैर पर हाथ रखा। उन्हें कहा कि मुझे खुश रखो तो मैं तुम्हें खुश रखूंगा। आरोपों के एक घंटे बाद ही मंत्री ने प्रेस कान्फ्रेंस कर आरोपों को खारिज कर दिया।
27 दिसंबर को संदीप सिंह के समर्थन में खेल विभाग की डिप्टी डायरेक्टर कविता ने प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने महिला कोच पर बदतमीजी के आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
28 दिसंबर को अचानक खेल मंत्री संदीप सिंह विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंचे। इसका ब्यौरा तो नहीं मिला लेकिन शाम होते-होते हरियाणा के DGP पीके अग्रवाल ने जांच के लिए 3 मेंबरों की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बना दी।
31 दिसंबर को शुरूआती जांच में महिला कोच की बताई बातें सही लगी तो मंत्री के खिलाफ चंडीगढ़ के सेक्टर 26 पुलिस थाने में PC की धारा 354, 354ए, 354 बी, 342 और 506 के तहत केस दर्ज कर लिया।
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