सत्य खबर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज :
There was a shortage of police personnel for government work in the East Zone of Gurugram Police on Tuesday. Delay in government works.
गुरुग्राम पुलिस की ईस्ट जोन में लगता है पुलिस कर्मियों की मंगलवार को भारी कमी रही, जिसके चलते सरकारी कार्यों के लिए भी पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं हो सकी।
निगम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जोन तीन की इंफोर्समेंट विंग ने मंगलवार को गुरुग्राम फरीदाबाद रोड से कुछ सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटाने के लिए समय निश्चित किया था। जिसके बारे में डीसीपी ईस्ट को चिट्ठी भी भेजी गई थी। लेकिन गुड़गांव पुलिस की ईस्ट जोन से पुलिस फोर्स नहीं मिलने की वजह से सरकारी कार्य फिर टल गया। जो पहले भी पुलिस फोर्स ना मिलने की वजह से कई दफा टल चुका है। एनफोर्समेंट विंग के जेई राकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को फरीदाबाद पहाड़ी क्षेत्र के कुछ गांवों से अवैध कब्जों की शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए जाना था, मगर पुलिस विभाग द्वारा पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं करने के कारण मामला टल गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित थाना एसएचओ पुलिस फोर्स की एप्लीकेशन लेने से ही मना कर रहे हैं।
जिस वजह से उन्होंने डीसीपी ईस्ट को चिट्ठी भेजी थी। वहीं इस मामले को लेकर एक समाज सेवक राहुल तंवर ने एक्स भी किया है कि निगम अधिकारी हर बार पुलिस फोर्स न मिलने का बहाना बनाकर हमारे को गुमराह किया जा रहा है। पिछले करीब 3 महीना से ऐसा कई दफा हो चुका है। वहीं गुरुग्राम पुलिस व डीसीपी ईस्ट को ट्रैग करते हुए लिखा है, कि जब हम निगम वालों से पुलिस को भेजे हुए लेटर को दिखाने की गुहार लगाते हैं तो उसको भी वह दिखाने से मना कर देते हैं, साथ ही निवेदन किया है कि पुलिस फोर्स किस वजह से नहीं मिल रही इसकी भी जांच करके इसकी वजह उन्हें भी सांझा किया जाए। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंगलवार को गुरुग्राम पुलिस के ईस्ट जोन में पुलिस की भारी कमी रही।जब निगम अधिकारी को पुलिस फोर्स उपलब्ध न होने के बारे में डीसीपी ईस्ट विरेन्द्र विज से उनके फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा प्लीज टेक्स्ट मी जब टेक्स्ट मैसेज किया तब भी उन्होंने कोई रिप्लाई नहीं किया। इस वजह से इस मामले पर उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।
बता दें कि गुरुग्राम नगर निगम, एचएसवीपी विभाग की हजारों एकड़ जमीनों पर भाजपा, कांग्रेस, जजपा,आम आदमी पार्टी तथा दबंग बाहुबली, क्रिमिनल्स और ब्यूरोक्रेट्स, पुलिस विभाग के रिटायर्ड कर्मचारियों ने अवैध रूप से कब्जा कर लाखों रुपए महीना वसूल रहे हैं। जिनका कमिशन हर महीने गुरुग्राम में तैनात प्रशासनिक अधिकारियों सहित ऊपर तक पहुंच रहा बताया गया है। वहीं इनमें कुछ बिल्डर लोभी भी शामिल है। जिस वजह से आसानी से जनहित के कार्यों पर भी जिले में बैठे कोई भी प्रशासनिक अधिकारी अधिक रुचि नहीं लेरहा है। केवल खानापूर्ति की कार्रवाई कर इति श्री कर रहे हैं। केवल प्रशासनिक अधिकारी को डर लगता है तो हाई कोर्ट के डंडे से ही थोड़ा बहुत कार्रवाई को अंजाम देते हैं,जैसे कि पिछले दिनों नगर निगम के गांव नाथूपुर में अदालत की अवमानना की याचिका समाज सेवक त्रिलोकचंद ने दायर की तब एडिशनल कमिश्नर नगर निगम सहित तीन तीन एसीपी भी सैकड़ो पुलिस कर्मियों के साथ कई जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंच गए थे।