पहले चरण में प्रदेश में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगेंगे
इस योजना में कुल 1600 करोड़ रुपये आना है खर्च
चंडीगढ़। हरियाणा में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य अब तेजी से चलेगा। केंद्र सरकार हरियाणा को इस काम के लिए 780 करोड़ रुपये की राशि देने को तैयार हो गई है। सूबे में पहले चरण में प्रदेश में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगेंगे। इस योजना पर करीब 1600 करोड़ रुपए की लागत आएगी। केंद्र सरकार से यह ग्रांट मिलने के बाद अब राज्य को 820 करोड़ रुपये ही खर्चने होंगे। शुक्रवार को केंद्रीय बिजली मंत्री आरके सिंह के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने यह मुद्दा उठाया। वीसी के दौरान ही केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा को यह राशि देने की घोषणा कर दी। बैठक में तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा बाकी राज्यों के बिजली मंत्री मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने लाइन लॉस को 30.2 प्रतिशत से घटाकर 17.4 लाने के लिए हरियाणा की सराहना की है। हरियाणा के बिजली मंत्री ने कहा कि 10 लाख स्मार्ट मीटर पहले चरण में लगेंगे और इनमें से डेढ़ लाख मीटर गुड़गांव में लगाए जा चुके हैं। ये मीटर हाईटैक ये मीटर कंप्यूटरीकृत होंगे। उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन के जरिए भी मीटर की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। बिजली उपभोक्ता मोबाइल फोन की तरह बिजली मीटरों को अपनी जरूरत के हिसाब से रिचार्ज कर सकेंगे। बिजली निगमों के पास हर मीटर का कंट्रोल रहेगा। मीटरों के साथ किसी भी तरीके से छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी। बिजली मंत्री रणजीत सिंह का कहना है कि केंद्रीय बिजली मंत्री आरके सिंह ने हरियाणा की स्मार्ट मीटर योजना के लिए 780 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। चरण में 10 लाख स्मार्ट मीटर प्रदेश में लगेंगे। इस पर 16 हजार करोड़ रुपये खर्चा आएगा। दूसरे चरण में 20 लाख और मीटर खरीदे जाएंगे। 2024 तक राज्य में 30 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का टारगेट है।
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